जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति निर्वाचित! केवल औपचारिक घोषणा शेष
6 जुलाई 22। आंकड़े जगदीप धनखड़ के पक्ष में हैं। मार्गरेट अल्वा की चुनौती केवल प्रतीकात्मक है। यह बात वोटिंग के दौरान ही सामने आई थी। टीएमसी के 39 सांसदों ने वोट नहीं डाले। कुल मिलाकर जीत का ताज जगदीप धनखड़ के सिर पर बंधना तय है, केवल औपचारिक घोषणा बाकी है, जो कुछ देर में कर दी जाएगी।
देश के 14वें उपराष्ट्रपति के लिए शनिवार शाम 5 बजे वोटिंग खत्म हुई। वोटिंग की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई थी। NDA की ओर से जगदीप धनखड़ और विपक्ष की ओर से मार्गरेट अल्वा उम्मीदवार हैं। इसमें संसद के दोनों सदनों के सदस्य वोट किया। वोटिंग के तुरंत बाद ही काउंटिंग शुरू हो गई।
जानकारी के मुताबिक, शाम 3 बजे तक 93% से अधिक वोट डाले जा चुके हैं। संसद में दोनों सदनों को मिलाकर कुल 788 सदस्य हैं। वहीं, TMC के 39 सांसदों (23 लोकसभा+16 राज्यसभा) ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। आंकड़ों के हिसाब से NDA कैंडिडेट धनखड़ की जीत के लिए BJP के ही वोट काफी है। BJP के दोनों सदनों में 394 सांसद हैं, यह बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है।
780 का निर्वाचन मंडल, 741 सांसदों ने हिस्सा लिया
अभी लोकसभा में 543 सांसद हैं, जबकि राज्यसभा में 245 में से 8 सीटें खाली हैं। यानी निर्वाचन मंडल 780 सांसदों का है। ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव से दूर रहने की बात कही है। TMC के 39 सांसद हैं। इस तरह 741 सांसद वोटिंग में हिस्सा लिया। अगर बाकी सभी सांसद वोटिंग में हिस्सा लेते हैं तो बहुमत का आंकड़ा 371 रहेगा।
धनखड़ को BJD, YSRC, BSP, TDP, अकाली दल और शिंदे गुट का भी समर्थन
BJP के अपने 394 सांसद हैं, यह संख्या बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है। इस तरह से देखा जाए तो BJP अकेले ही जगदीप धनखड़ को जितवा सकती है। उधर, बात NDA की करें तो 441 सांसद हैं, 5 मनोनीत का भी साथ मिला हुआ है। इस तरह से धनखड़ के पक्ष में 446 वोट हो जाते हैं। NDA के सांसदों के अलावा धनखड़ को BJD, YSRC, BSP, TDP, अकाली दल और शिंदे गुट का भी समर्थन मिला है।