विधानसभा का शीतकालीन सत्र का पहला दिन : कमलनाथ बोले- सीएम के लिए विपक्ष की सीट गरम करके रखी, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- ये दिवा स्वप्न है

नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने अलग-अलग मुद्दों पर सदन में सरकार को घेरने के लिए विधायकों को जिम्मेदारी दी है।

विधानसभा का शीतकालीन सत्र का पहला दिन : कमलनाथ बोले- सीएम के लिए विपक्ष की सीट गरम करके रखी, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- ये दिवा स्वप्न है

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री के लिए विपक्ष की सीट गरम कर रखी है। जवाब में संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ये दिवा स्वप्न है। सदन में शीतकालीन सत्र के पहले दिन पक्ष-विपक्ष के बीच इस तरह हल्की नोकझोंक होती रही। प्रश्नकाल के बाद कमलनाथ ने कहा कि हमने पिछले सालों में अच्छे संबंध बनाए हैं। मुख्यमंत्री जी इस सदन में नहीं हैं, आपके माध्यम से उनसे कहना चाहता हूं कि मैंने ये कुर्सी (विपक्ष की सीट) उनके लिए गरम करके रखी है। जब उनसे पूछा गया कि सत्ता पक्ष का आरोप कि विपक्ष सदन नहीं चलने देता तो उन्होंने कहा कि आपको ही पता है कि सदन कौन नहीं चलने देता। इसके पहले पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बताया कि विधायक दल की बैठक में तय हुआ है कि हम अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। उम्मीद है कि नियम अनुसार इसका पालन किया जाएगा और उसे स्वीकार किया जाएगा। हम हमेशा चाहते हैं विधानसभा चले और अवधि बढ़ाई जाए। वहीं सत्र में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष ने पूरी तैयारी कर रखी है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने अलग-अलग मुद्दों पर सदन में सरकार को घेरने के लिए विधायकों को जिम्मेदारी दी है। सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, सीएम शिवराज सिंह चैहान, नेता प्रतिपक्ष गोविन्द सिंह, पूर्व सीएम कमलनाथ ने दिवंगत नेताओं और विशिष्टजनों को श्रद्धांजलि दी, इसें बाद विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

कमलनाथ ने भारत जोड़ो यात्रा में सुरक्षा के लिए सीएम को दिया धन्यवाद
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भारत जोड़ो यात्रा में की गई सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। कमलनाथ ने कहा 13 दिनों तक भारत जोड़ो यात्रा मप्र में रही। मैं और गोविन्द सिंह, मुख्यमंत्री से मिले थे। हमने पुलिस सुरक्षा की व्यवस्था करने का अनुरोध किया था। मैं इस सदन के माध्यम से सीएम को धन्यवाद देना चाहता हूं। मप्र की यात्रा में सुरक्षा की अच्छी व्यवस्था रखी। सभी व्यवस्थाओं की पूर्ति हुई।

ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के विधायक प्रवीण पाठक व स्कूल शिक्षा मंत्री में हुई बहस
ग्वालियर दक्षिण विधानसभा में स्कूलों में पेयजल और फर्नीचर की व्यवस्था न होने को लेकर विधायक प्रवीण पाठक और स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बीच हल्की बहस हुई। ध्यानाकर्षण में सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह ने सिंध नदी का पुल टूटने का मामला उठाया। इसी मामले में नेता प्रतिपक्ष ने भी पीडब्ल्यूडी मंत्री पर सवाल उठाए। इस पर पीडब्ल्यूडी मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि चंबल-ग्वालियर में आठ पुल टूटे थे। इनका अॉडिट भी करा लिया गया है। जल्द ही सभी पुल बन जाएंगे। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पुलों के टेंडर होते हैं और बाद में कैंसिल कर देते हैं।

नेता प्रतिपक्ष बोले- पहले संसदीय कार्य मंत्री जानकारी ले लें
नरोत्तम मिश्रा ने कहा- विपक्ष ने आरोप पत्र नहीं दिया। नेता प्रतिपक्ष को लेकर नरोत्तम ने कहा कि वे पढ़े-लिखे हैं, पढ़-लिखकर डॉक्टर बने हैं। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा मैंने 13 दिसंबर को विधिवत अविश्वास की सूचना दी। आज 40-50 विधायकों के हस्ताक्षर कराकर सदन के पहले प्रस्तुत कर दिए हैं। संसदीय कार्य मंत्री पहले जानकारी ले लें। विस अध्यक्ष ने कहा अविश्वास प्रस्ताव का आरोप पत्र अभी 11.50 बजे प्राप्त हुआ है। केपी सिंह कक्का जू ने इस सत्र की बैठकों में अनुपस्थित रहने की सूचना दी है। इसके बाद नरोत्तम ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि उम्र हावी हो रही है कोई टॉनिक लिया करो। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आप क्रीम लगाते हो, माल खाते हो, हम तो गांव के आदमी हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अर्जुन सिंह और दिग्विजय सिंह के समय में बने पुल नहीं टूटे लेकिन आपके समय में बने पुल क्यों टूट रहे हैं? इन पुलों के टेंडर तीन-चार बार हो चुके हैं। आप समय सीमा बता दें कि कब तक टेंडर हो जाएंगे। पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि मैं आज परीक्षण कराकर कल इसी सदन में जवाब दे दूंगा।

शीतकालीन सत्र में लगे 1632 सवाल आए
शीतकालीन सत्र के लिए विधानसभा में विधायकों ने 1632 सवाल लगाए हैं। शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। इस पांच दिवसीय सत्र में सदन की पांच बैठकें होंगी। सत्र में ज्यादा सवाल होने के चलते सदन की कार्रवाई रात आठ बजे तक चलाने का फैसला हुआ है। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने बताया शीतकालीन सत्र की अधिसूचना जारी होने से लेकर रविवार तक विधानसभा सचिवालय में कुल 1632 प्रश्नों की सूचनाएं मिलीं हैं। इनमें 858 तारांकित प्रश्न और 774 अतारांकित प्रश्न हैं। जबकि ध्यानाकर्षण की 211, स्थगन प्रस्ताव की 5, अशासकीय संकल्प की 16, शून्यकाल की 67 सूचनाएं विधानसभा सचिवालय को मिली हैं। 04 विधेयक भी विधानसभा सचिवालय को मिले हैं।