बिहार : छात्र को 100 में से 151 नंबर दिए, PM का जारी कर दिया एडमिट कार्ड

बिहार के दरभंगा जिले की ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने पीएम मोदी की फोटो वाला एडमिट कार्ड जारी किया है। इस एडमिट कार्ड के में पीएम के साइन भी हैं। वहीं, एक छात्र को पूर्णाक से ज्यादा नंबर भी दिए गए हैं।

बिहार : छात्र को 100 में से 151 नंबर दिए, PM का जारी कर दिया एडमिट कार्ड
एक छात्रा ने विश्वविद्यालय की वेबसाइट से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो और साइन के साथ जारी हुआ है। छात्रा का नाम गुड़िया कुमारी लिखा है। इसके साथ ही राज्यपाल की फोटो वाला भी एडमिट कार्ड जारी किया गया है।

11 सितंबर 22। पीएम मोदी बिहार के दरंभगा जिले की ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय(Lalit Narayan Mithila University) से बीए का एग्जाम देने जा रहे हैं,  इसके लिए एडमिट कार्ड भी जारी कर दिया गया है। दरअसल, बिहार के दरभंगा जिले के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में एक अजीब मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय ने कई छात्रों को एग्जाम में पूर्णांक से ज्यादा नंबर दिए हैं। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी के द्वारा बीए एग्जाम के लिए जारी किए गए एडमिट कार्ड में पीएम मोदी और बिहार के राज्यपाल फागू चौहान की फोटो (Photo of PM Modi and Bihar Governor Fagu Chauhan in the admit card)भी लगा दी गई है।

सोशल मीडिया में फोटो वायरल

यह फोटो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है और लोग इस फोटो पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा गड़बड़ी का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। 

छात्र को मिले 151 नंबर

विश्वविद्यालय में गड़बड़ी का एक औऱ मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय के द्वारा यहां एक छात्र को पूर्णांक से ज्यादा नंबर दिया गया है। 100 नंबर के पेपर पर छात्र को 151 नंबर दिए गए हैं।

पीएम मोदी देंगे बीए की परीक्षा

इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने कला संकाय के तीसरे साल की लिए जारी किए गए एडमिट कार्ड में पीएम मोदी की फोटो लगा दी गई है। जानकारी के अनुसार, शनिवार को एक छात्रा ने विश्वविद्यालय की वेबसाइट से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो और साइन के साथ जारी हुआ है। छात्रा का नाम गुड़िया कुमारी लिखा है। इसके साथ ही राज्यपाल की फोटो वाला भी एडमिट कार्ड जारी किया गया है।

विवि प्रशासन ने अपनी गलती के लिए छात्रों को ही दोषी ठहराया है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. मुश्ताक अहमद ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि मामला संज्ञान में आया है। उन्होंने बताया कि छात्रों को खुद अपने डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होते हैं, जिसके लिए उन्हें एक आईडी दी जाती है। छात्रों ने ही अपनी तरफ से राज्यपाल और प्रधानमंत्री की फोटो अपलोड की है। हालांकि इस मामले में जांच के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं।