मिसाइल दुर्घटना: सोशल मीडिया पर पाक नागरिकों ने कहा- भारत ने की टेस्टिंग, पाक की नाकामी
भारत ने गलती स्वीकारी, डॉन की रिपोर्ट पर पाक की सुरक्षा व्यवस्था का सोशल मीडिया पर उड़ाया मजाक पूर्व में भी पाक ने भारतीय सब मरीन को देखने का किया था दावा, भारत ने किया था खारिज
रिपोर्ट के अनुसार 9 मार्च यानी बुधवार रात को इंडियन आर्मी की एक मिसाइल पाकिस्तान के खानेवाल जिले के मियां चन्नू में इलाके में गिरी थी, जिसके हिस्से पाकिस्तानी एयर डिफेंस ने बरामद किए हैं। इस संबंध में शुक्रवार को पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिक को तलब किया और विरोध दर्ज कराया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी मामले को पी-5 देशों यानी यूएन सिक्योरिटी काउंसिल के स्थायी सदस्यों के समक्ष रखने की बात कही है। गौरतलब है की पूर्व में भी पाक ने गत वर्ष 16 अक्टूबर को भारतीय सब मरीन को उसकी सीमा मे देखे जाने का दावा किया था , जिसे भारत ने ख़ारिज कर दिया था। वहीँ डॉन की रिपोर्ट के बाद सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए अधिकतर पाकिस्तानी नागरिकों ने भारत पर आरोप न लगाते हुए पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। एडवोकेट अब्दुल गनी ने सोशल मीडिया पर कहा कि हम जानते हैं कि भारत ने गलती की है और उन्हें इसका पछतावा है, लेकिन हमारे एयर डिफेंस सिस्टम का क्या..? क्या यह शुक्रवार की वजह से बंद था या बिजली की अनुपलब्धता के कारण। वहीं जफर नवाज नट्ट ने पाक सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि 150 किमी में प्रवेश कर गई और आपके पास हमारे परमाणु हथियारों की रक्षा करने के लिए वार्ता के अलावा अपने नागरिकों की रक्षा करने के लिए कुछ भी नहीं है। सबसे पहले, उन्हें इसे हमारी सुरक्षा का उल्लंघन, हमारे वायु क्षेत्र का उल्लंघन, भारतीयों द्वारा हमारी रक्षा प्रणाली की जांच और परीक्षण करने के प्रयास के रूप में लेना चाहिए। मोअज्जम नसीर ने सवाल यह उठाया है कि भारतीयों ने तुरंत प्रतिक्रिया और स्पष्टीकरण क्यों नहीं दिया। इस बारे में हमारे द्वारा दावा किए जाने के बाद ही भारतीयों ने मुंह खोला है। वहीं जफर नवाज नट्ट का कहना है कि मिसाइल के लगभग तीन मिनट तक हमारे अंतरिक्ष में रहने के कारण इसे इंटरसेप्ट क्यों नहीं किया गया। एक गहन आलोचनात्मक विश्लेषण और वैश्विक स्तर पर एक मजबूत प्रतिक्रिया की आवश्यकता है, भारतीयों के डिजाइनों को उजागर करना, न कि केवल इसकी क्षमताओं को।
ये है सोशल मीडिया पर नागरिकों की प्रतिक्रियाएं.....
जुनैद हारून- यह भारत की रक्षा प्रणाली को जांचने का समय है। सरप्राइज के लिए ज्यादा इंतजार न करें।
मनोज वानकरी- हम मिसाइल को इंटरसेप्ट करने की पाकिस्तान की क्षमता की जांच कर रहे थे और बुरी तरह से वे विफल हो गए... मिसाइल पाकिस्तान के अंदर 125 किमी में घुस गई और निशाने पर लगी।
ओंकार अख्तर- इसका मतलब है कि उन्होंने इस घटना को तकनीकी विफलता के रूप में समाप्त कर दिया! हमारी तकनीक का क्या, इस मामले में हमारी तकनीक विफल रही।
मुहम्मद अज़हर राणा- मुझे लगता है कि यह हमारी रक्षा प्रणाली की कमजोरी है, आप भारत पर दोष नहीं लगा सकते हैं। अतीत में भारतीय हवाई हमले की तरह फिर से सुरक्षा विफलता, पाकिस्तान के पास 100 किमी की खतरनाक उड़ान के बावजूद पाकिस्तानी क्षेत्र में उस मिसाइल को शूट करने की क्षमता थी या नहीं।
मोहम्मद ताहिर खान- क्या गलती से परमाणु फायर करना संभव है?
खालिद खान- इस बीच पाकिस्तानी राडार का पता नहीं चल सका, उनके क्षेत्र में यह पाक रक्षा के लिए शर्म की बात है।
आनंद भारती- पाकिस्तानी राडार ने निहत्थे सुपरसोनिक मिसाइल का पता नहीं लगाया, इसका मतलब है कि हम कभी भी हथियार और आग लगा सकते हैं।
असीम तक्यारी- पाकिस्तान की नाकामियों को स्वीकार करें, आत्मनिरीक्षण करें।