ममता बनर्जी के मंत्री के 6 ठिकानों पर CBI का छापा, 2020 में दर्ज की थी FIR

कोयला तस्करी मामले में सीबीआई और एसीबी की टीम बंगाल के श्रम तथा विधि व न्याय मंत्री मलय घटक के घर पर सर्च अभियान के लिए पहुंची। सीआरपीएफ के जवानों से पूरे घर को घेर लिया गया है। कोयला तस्करी मामले में सीबीआई की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। अबतक किसी मंत्री के घर पर सर्च अभियान नहीं चला था।

ममता बनर्जी के मंत्री के 6 ठिकानों पर CBI का छापा, 2020 में दर्ज की थी FIR
सीबीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि उनका नाम कोयला तस्करी मामले में सामने आया है। हमें यह जानने की जरूरत है कि उसमें उनकी भूमिका क्या रही ? हमारे पास घोटाले में घटक के शामिल होने के पर्याप्त सुबूत हैं।

7 सितंबर 22।   कोयला तस्करी मामले में सीबीआई कोलकाता की टीम(CBI Kolkata team) ने सुबह-सुबह राज्य के श्रम तथा विधि व न्याय मंत्री मलय घटक(Justice Minister Malay Ghatak) के घर दस्तक दी। उनके घर पर छह गाड़ियों में सवार होकर सीबीआई की टीम पहुंची। सीआरपीएफ के जवानों के साथ पहुंची टीम ने रेड शुरू किया। बताते चलें कि कोयला तस्करी मामले में (Red in coal smuggling case)सीबीआई की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्री मलय घटक के छह स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।

ईसीएल से कोयला तस्करी मामले में मारा रेड

सीबीआई की ओर से रेड की जो कार्रवाई की जा रही है वह आसनसोल में ‘ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड' की खदानों से कथित तौर पर कोयला तस्करी के मामले में की गई है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि छापे कुल छह स्थानों पर मारे जा रहे हैं।

नवंबर 2020 में दर्ज हुआ था मामला

बताते चलें कि सीबीआई ने नवंबर 2020 में अनूप मांझी उर्फ लाला, ईसीएल के महाप्रबंधक अमित कुमार धर और जयेश चंद्र राय, ईसीएल सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, कुनुस्तोरिया क्षेत्र के सुरक्षा निरीक्षक धनंजय राय और काजोर इलाके के सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। इस बीच प्राप्त जानकारी के अनुसार सीबीआई के अधिकारियों ने पश्चिम वर्धमान जिले के आसनसोल में घटक के तीन मकानों और कोलकाता के लेक गार्डन इलाके में स्थित एक मकान पर छापे मारे हैं।

क्या कहते हैं सीबीआई अधिकारी

सीबीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि उनका नाम कोयला तस्करी मामले में सामने आया है। हमें यह जानने की जरूरत है कि उसमें उनकी भूमिका क्या रही ? हमारे पास घोटाले में घटक के शामिल होने के पर्याप्त सुबूत हैं। जिस वक्त छापे पड़े, उस वक्त घटक किसी भी मकान में नहीं थे। उन्होंने बताया कि सीबीआई के अधिकारियों ने मंत्री के परिजन के मोबाइल फोन ले लिए और सब को आसनसोल के उनके मकान में एक कमरे में एक साथ बैठा दिया। छापे के दौरान केन्द्रीय बलों के जवानों ने उनके मकानों को चारों तरफ से घेर लिया था।