यूपी के बाद अब झारखंड में भी लगे पत्थरबाजों के पोस्टर, होगी कार्रवाई

राज्यपाल के निर्देश के बाद पुलिस-प्रशासन की ओर से पोस्टर तैयार किए गए हैं। अब इन्हें सभी चौक-चौराहों पर चिपकाने की तैयारी की जा रही है। पोस्टर में विभिन्न थाना क्षेत्र के प्रभारियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों का मोबाइल नंबर भी दिया गया है, जिस पर कोई भी इन उपद्रवियों की सूचना दे सकता है। उसका नाम और पता गुप्त रखा जाएगा।

यूपी के बाद अब झारखंड में भी लगे पत्थरबाजों के पोस्टर, होगी कार्रवाई
पुलिस की ओर से तैयार पोस्टर में उपद्रवियों का चेहरा साफ नजर आ रहे हैं और यह दिख रहा है कि किस तरह से वे पत्थर और हाथ में लाठी लेकर पथराव करते हुए वाहनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।— फाइल फोटो

14 जून 22।  रांची में 10 जून को उपद्रवियों ने हिंसक घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में राज्यपाल रमेश बैस ने सोमवार को डीजीपी नीरज सिन्हा, एडीजी, डीसी और एसएसपी को राजभवन तलब कई निर्देश दिए थे। इसके बाद अब रांची पुलिस इन उपद्रवियों को चिह्नित कर उनके बैनर-पोस्टर को शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर चस्पा करने का निर्णय लिया है। रांची पुलिस ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए नए प्रयास के तहत उनकी तस्वीर को सार्वजनिक रूप से जारी किया है और उनकी पहचान, नाम और पता के बारे में आमजनों से सूचना उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे और अन्य वीडियो फुटेज के आधार पर ये बैनर-पोस्टर तैयार किए गए हैं। इन सभी पर रांची में प्रदर्शन के नाम पर हिंसा और गड़बड़ी फैलाने का आरोप है। बताया गया है कि राज्यपाल के निर्देश के बाद पुलिस-प्रशासन की ओर से पोस्टर तैयार किए गए हैं। अब इन्हें सभी चौक-चौराहों पर चिपकाने की तैयारी की जा रही है। पोस्टर में विभिन्न थाना क्षेत्र के प्रभारियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों का मोबाइल नंबर भी दिया गया है, जिस पर कोई भी इन उपद्रवियों की सूचना दे सकता है। उसका नाम और पता गुप्त रखा जाएगा।
पोस्टर में साफ नजर आ रहे हैं उपद्रवियों के चेहरे 
पुलिस की ओर से तैयार पोस्टर में उपद्रवियों का चेहरा साफ नजर आ रहे हैं और यह दिख रहा है कि किस तरह से वे पत्थर और हाथ में लाठी लेकर पथराव करते हुए वाहनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हालांकि इनमें से कुछ उपद्रवियों ने अपने चेहरे पर कपड़ा भी बांध रखा है। लेकिन रांची पुलिस की इस कार्रवाई के बाद यह संभावना जतायी जा रही है कि इन उपद्रवियों के बारे में पुलिस को कई महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त होगीं, वहीं भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति पर भी अंकुश लग सकेगा, क्योंकि उन्हें यह भय सताएगा कि किसी भी तरह के उपद्रव की घटना में उनकी पहचान सार्वजनिक हो जाएगी और वे पुलिस की गिरफ्त में आ सकते हैं।
राज्यपाल ने डीजीपी को दिया था पोस्टर जारी करने का आदेश
गौरतलब है कि राज्यपाल ने कल डीजीपी और अन्य आला अधिकारियों को राजभवन बुलाकर यह पूछा था कि उस दिन की घटना को लेकर उनके पास क्या इंटेलिजेंस इनपुट थे और इसके आधार पर उन्होंने प्रिवेंटिव एक्शन क्यों नहीं लिया था। राज्यपाल ने हिंसा और उपद्रव करने वाले लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीरों और नाम-पते के साथ शहर के प्रमुख स्थान पर होर्डिंग्स लगाने का भी निर्देश दिया था।