हर बैठक बेनतीजा: कृषि बिल वापसी पर अड़े रहे किसान, कृषि मंत्री ने कहा- हमने आपकी कुछ मांगें मान लीं, अब आप भी कुछ नरमी दिखाएं

दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू व गुरजीत सिंह को हिरासत में लिया

हर बैठक बेनतीजा: कृषि बिल वापसी पर अड़े रहे किसान, कृषि मंत्री ने कहा- हमने आपकी कुछ मांगें मान लीं, अब आप भी कुछ नरमी दिखाएं

किसान कृषि बिल की वापसी को लेकर 51 दिन से आंदोलन कर रहे हैं और मीटिंगों का दौर चल रहा है। आज यानी शुक्रवार को विज्ञान भवन में सरकार और किसानों के बीच 10वें दौर की बैठक भी बेनतीजा रही। मीटिंग करीब 4 घंटे चली। इसमें 3 मंत्री कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, रेल मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्यमंत्री सोम प्रकाश शामिल हुए। अगली बैठक 19 जनवरी को दोपहर 12 बजे होगी। आज की मीटिंग में किसान कृषि कानूनों की वापसी पर अड़े रहे। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि हमने आपकी कुछ मांगें मानी हैं। क्या आपको भी कुछ नरमी नहीं दिखानी चाहिए? तोमर ने कहा कि कानून वापसी की एक ही मांग पर अड़े रहने की बजाय आपको भी हमारी कुछ बातें माननी चाहिए। दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और गुरजीत सिंह को हिरासत में ले लिया। वे जंतर-मंतर पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। 

राहुल और प्रियंका ने दिल्ली में किसान आंदोलन के समर्थन में निकाला मार्च
दिल्ली के विज्ञान भवन में चल रही बैठक में किसानों ने कहा कि हम सिर्फ कृषि कानूनों की वापसी चाहते हैं। साथ ही यह भी कि हमारी फसलों को एमएसपी की कानूनी गारंटी मिले। किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि हम बातचीत के लिए आए तो हैं, पर ज्यादा उम्मीद नहीं है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम बातचीत से हल निकालना चाहते हैं। कमेटी ने हमें बुलाया तो हम अपना पक्ष रखने जाएंगे। कृषि कानूनों पर किसानों से चर्चा के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 12 जनवरी को 4 एक्सपर्ट्स की एक कमेटी बनाई गई थी। 14 जनवरी यानी दो दिन बाद ही कमेटी से भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह मान ने नाम वापस ले लिया। अब कमेटी 19 जनवरी को किसानों के साथ पहली बैठक कर सकती है। वहीं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दिल्ली में किसान आंदोलन के समर्थन में मार्च निकाला। राहुल ने कहा कि किसान को ये बात समझ आ गई है कि हमारी आजादी छिन गई है। हिंदुस्तान को ये बात समझनी है। नरेंद्र मोदी और 2-3 उद्योगपति मित्र, जो भी आपका है, वो (नरेंद्र मोदी) आपसे छीनने जा रहे हैं।  आपको 4-5 बिजनेसमैन और नरेंद्र मोदी हैं। ये 4-5 लोग ही देश को चला रहे हैं। किसान और आम लोग कहीं नहीं हैं।

किसान नेता दर्शनपाल ने कहा- बैठक में ज्यादा कुछ होता नजर नहीं आ रहा
किसान नेता दर्शनपाल ने कहा कि शुक्रवार की बैठक में ज्यादा कुछ होता नजर नहीं आ रहा। इन लोगों ने बुलाया है और हम आए हैं ताकि ये आरोप न लगे कि हम मीटिंग में आना नहीं चाहते हैं। सरकार डिटेल डिस्कशन करके कानूनों और एमएसपी पर फैसला कर सकती है। बातचीत से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा कमेटी बनाने का फैसला स्वागत योग्य है। हम कमेटी के सामने अपना नजरिया रखेंगे और हम बातचीत से मसले का हल निकालना चाहते हैं। किसान नेता विज्ञान भवन पहुंचे। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी ही हमारी मांग है। यही हमारी उम्मीद है और इसे पूरा तो सरकार को ही करना है। बैठक से पहले किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने कहा कि कृषि कानून संसद में पास हुए हैं और सरकार जानती है कि इन कानूनों को कोर्ट निष्प्रभावी नहीं कर सकता। किसी कमेटी का बना दिया जाना ही समाधान नहीं है।

आईएमएफ ने कहा- नए कानून एग्रीकल्चर रिफॉम्र्स का रास्ता बनाएंगे
इंटरनेशनल मॉनीटरी फंड (आईएमएफ) ने कहा कि भारत के नए किसान कानूनों को रिफॉर्म्स के लिए नया रास्ता बताया है। आईएमएफ के कम्युनिकेशन डायरेक्टर गैरी राइस के मुताबिक भारत के ये नए कानून किसानों के काफी मददगार साबित होंगे। किसान बिना बिचैलियों के सीधे विक्रेताओं से संपर्क कर सकेंगे। इससे गांवों की ग्रोथ में इजाफा होगा। हालांकि, राइस ने यह भी कहा कि नए कानूनों से जिन पर (किसानों पर) खराब असर पड़ रहा है, उन्हें और मजबूत किए जाने की जरूरत है।

अमर जवान ज्योति पर तिरंगा फहराएंगे- टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुरुवार को कहा था कि 26 जनवरी को हम अपनी रैली लालकिले से इंडिया गेट तक निकालेंगे। इसके बाद सभी किसान अमर जवान ज्योति पर इकट्ठा होंगे और वहां तिरंगा फरहाएंगे। यह ऐतिहासिक होगा, जहां एक तरफ किसान होंगे और दूसरी तरफ जवान।