फिल्म मेकर महेश मांजरेकर पर मामला दर्ज, मराठी फिल्म में बच्चों को महिलाओं से संबंध बनाते दिखाया

राष्ट्रीय महिला आयोग व राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जताया ऐतराज, क्षत्रिय मराठा सेवा संस्था ने कोर्ट में दर्ज कराई शिकायत

फिल्म मेकर महेश मांजरेकर पर मामला दर्ज, मराठी फिल्म में बच्चों को महिलाओं से संबंध बनाते दिखाया

मुंबई। मराठी फिल्म में बच्चों को महिलाओं से संबंध बनाते दिखाए जाने पर फिल्म मेकर महेश मांजरेकर पर महाराष्ट्र की दो संस्थाओं ने कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने फिल्म के कांटेंट को लेकर सख्त ऐतराज जताया। मराठी फिल्म ‘नय वरण भट लोंचा कोन कोंचा’ विवादों में घिर गई है। यह फिल्म पिछले महीने रिलीज हुई थी। इसके प्रमोशन के लिए रिलीज ट्रेलर और टीजर ने ही हंगामा खड़ा कर दिया था। इसके कंटेंट को देखते हुए फिल्म को बैन करने और इसे बनाने वालों के खिलाफ दो संस्थाओं ने मुंबई पुलिस से केस दर्ज करने की मांग की थी और पुलिस ने एफआईआर नहीं लिखी, तब उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। वहीं मीडिया रिपोर्र्ट्स के अनुसार फिल्म निर्देशक महेश मांजरेकर का कहना है कि हमने फिल्म बनाई और इसे सेंसर बोर्ड को दिखाया, जिसने हमारी फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया। अभी कोर्ट में मामला है। हमें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। विवाद बढ़ता देख फिल्म निर्माताओं ने सोशल मीडिया से टीजर हटा दिया था, परंतु फिल्म में से कुछ नहीं हटाया। महेश मांजरेकर के खिलाफ बांद्रा कोर्ट में शिकायत क्षत्रिय मराठा सेवा संस्था ने बांद्रा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में महेश मांजरेकर के खिलाफ मुकदमा किया है। इस मामले में मांजरेकर के अलावा फिल्म से जुड़े नरेंद्र, श्रेयंस हीरावत और एनएच स्टूडियोज को भी आरोपी बनाया गया है। पॉक्सो कोर्ट में भी फिल्म निर्माताओं के खिलाफ अर्जी दी गई है और सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार क्षत्रिय मराठा सेवा संस्था के वकील डीवी सरोज का कहना है कि फिल्म के कंटेंट से पूरे समाज में गलत मैसेज गया है, इसके चलते पूरे महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। हम चाहते हैं कि फिल्म को बैन किया जाए और इसे बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। 28 फरवरी को केस की सुनवाई है।