निधनः एमडीएच मसाले के अरबपति मालिक महाशय गुलाटी का स्वर्गवास

दिल्ली की सड़कों पर 2 माह तांगा चलाया, फिर किया मसालों का कारोबार महाशियां दी हट्‌टी यानी महाशय की दुकान से बना एमडीएच

निधनः एमडीएच मसाले के अरबपति मालिक महाशय गुलाटी का स्वर्गवास

एमडीएच मसाले के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का 98 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया। दिल्ली में पिछले तीन हफ्ते से उनका इलाज चल रहा था। गुरुवार को दोपहर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

महाशय धर्मपाल को पिछले साल पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया था। धर्मपाल गुलाटी दिल्ली की सड़कों पर तांगा चलाते थे। हर सवारी का किराया दो आना लिया करते थे। दो माह में ही उन्होंने तांगा चलाना छोड़ दिया था। एमडीएच मसाले के अरबों के कारोबार के मालिक रहे।

गुलाटी का परिवार सियालकोट पाकिस्तान से आया था
एमडीएच मसाले के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का परिवार पाकिस्तान के सियालकोट में रहता था। उनकी पढ़ने में रुचि नहीं थी। पिता चुन्नीलाल ने काफी कोशिश भी की, लेकिन मन नहीं लगा। पिता की लाख कोशिशें के बावजूद कई काम छोड़ दिया। पिता ने उन्हें सियालकोट में मसाले की दुकान खुलवा दी। यह उनका पुश्तैनी कारोबार था। सब ठीक चल रहा था। उसी समय देश का विभाजन हो गया। सियालकोट पाकिस्तान में चला गया। परिवार सब कुछ छोड़कर सितंबर 1947 में अमृतसर फिर कुछ दिन बाद दिल्ली आ गया। तब उनकी उम्र 20 साल थी। विभाजन के दर्द को उन्होंने बखूबी देखा और महसूस किया था। उन्हें पता था कि परिवार पाकिस्तान में सब कुछ छोड़ आया है और हिंदुस्तान में सब नए सिरे से शुरू करना है। पहले पंजाबी में महाशियां दी हट्‌टी (महाशय की दुकान) कहा जाता था। इसीलिए उनकी कंपनी का नाम एमडीएच पड़ा।