मां की मौत के बाद बच्चों से शव घर में रखकर 20 दिन से आत्मा वापसी की पूजा कराता रहा पुजारी

तमिलनाडु के डिंडीगुल से बेहद मार्मिक और दर्दनाक खबर सामने आई, मृत महिला पुलिस में हेड कांस्टेबल थी 

मां की मौत के बाद बच्चों से शव घर में रखकर 20 दिन से आत्मा वापसी की पूजा कराता रहा पुजारी

तमिलनाडु के डिंडीगुल से बेहद मर्मिक और दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां दो बच्चों की मां की मौत हो गई तो बच्चे इसी उम्मीद में इंतजार करते रहे कि भगवान उसकी आत्मा को वापस कर देंगे. एक पुजारी उन बच्चों को दिलासा देता रहा कि पूजा करने से भगवान उनकी मां को वापस भेज देगा. पुजारी बच्चों और उनकी मौसी (मृतक महिला की बहन) से कहता रहा कि भगवान की प्रार्थना करने से आत्मा लौट सकती है. घर के अंदर पिछले 20 दिन से लगातार बच्चे और पुजारी प्रार्थना कर रहे थे. महिला थाने में हेड कांस्टेबल थी. गुर्दे की बीमारी से थी, पुजारी ने कहा था कि अगर अस्पताल ले गए तो भगवान नाराज हो जाएंगे.  पूरी घटना इस प्रकार है कि इंदिरा नाम की एक औरत डिंडीगुल के एक महिला पुलिस थाने में हेड कांस्टेबल के रूप में काम करती थी. महिला को गुर्दों से संबंधित तकलीफ रहती थी. कुछ साल पहले ही इंदिरा अपने बच्चों को लेकर अलग हो गई थी. इंदिरा के 13 साल का लड़का और एक 9 साल बच्ची है. दोनों बच्चों को इंदिरा अकेले ही पाल रही थी. बताया जा रहा है कि गुर्दे की तकलीफ के कारण इंदिरा ने कुछ समय पहले स्वैच्छिक रिटायरमेंट के लिए पुलिस विभाग में अनुरोध भी किया था. कुछ दिनों से इंदिरा पुलिस स्टेशन नहीं आ रही थी. जिसके बाद एक महिला कांस्टेबल इंदिरा के घर जानकारी लेने के लिए पहुंची. घर के अंदर उसे दोनों बच्चे मिले. घर के अंदर से तीव्र बदबू आ रही थी. महिला कांस्टेबल ने बच्चों से इंदिरा के बारे में पूछा तो बच्चों ने बताया कि मां सो रही है और उसे उठाना नहीं है, नहीं तो भगवान उसे नुकसान पहुंचा देंगे. जब महिला कांस्टेबल को कुछ शक हुआ तो उसने अधिकारियों को इस मामले में सूचित किया. जब पुलिस आई तो उसे जांच में पता चला कि इंदिरा की मौत हो चुकी है.