ग्वालियर स्मार्ट सिटी: सात चौराहे बनकर तैयार, आईटीएमएस कंट्रोल रूम से जल्द जुड़ेंगे

शहर में बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए तेजी से चल रहा है काम

ग्वालियर स्मार्ट सिटी: सात चौराहे बनकर तैयार, आईटीएमएस कंट्रोल रूम से जल्द जुड़ेंगे

ग्वालियर। ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा आईटीएमएस परियोजना के अन्तर्गत शहर के व्यस्त मार्गों व चौराहों पर यातायात को सुगम बनाने के लिये आधुनिक तकनीक से सुधार किये जा रहे हैं। इस परियोजना में आधुनिक ऑटोमेटेड ट्रैफिक लाइट्स, मार्ग के अनुरूप डिवाइडर, जेब्रा क्रॉसिंग आदि को विशेष तकनीक की सहायता से विकसित किया जा रहा है। वही इस परियोजना के तहत ग्वालियर के कंट्रोल कमांड सेटर में अलग से कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है, जिसके द्वारा यातायात नियम तोडने वालो का ई-चालान किया जा रहा है। शहर में आईटीएमएस द्वारा जब से ई-चालान की शुरुआत की गई है, तब से आम लोगो में भी यातायात को लेकर जागरूकता बढी है। इस परियोजना के क्रियान्वयन को गतिशील कर जल्द पूर्ण किया जाएगा।

इन तिराहा-चैराहा पर लग चुके हैं सिग्नल
आईटीएमएस परियोजना के तहत 31 तिराहा-चैराहा पर अत्याधुनिक सिग्नल लगाये जाने हैं, जिनमें से 4 मुख्य चौराहे फुलबाग चैराहा, पडाव चैराहा, हजीरा चौराहा और तानसेन रेजिडेंसी होटल पर आईटीएमएस सिस्टम के द्वारा ई-चालान शुरु किया जा चुका है, जबकि अन्य सात आकाशवाणी तिराहा, गोविन्दपुरी तिराहा, मृगनयनी गार्डन तिराहा, रेसकोर्स रोड, जेयू कुलपति बंगला के पास वाला चैराहा, गोले का मंदिर चैराहा, डीडी नगर तिराहा, कस्तुरबा तिराहा, पर सिग्नल का कार्य पूर्ण किया जा चुका है, और जल्द ही इन्हे कंट्रोल रुम से जोड दिया जायेगा। आकाशवाणी तिराहा, गोविन्दपुरी तिराहा, मृगनयनी गार्डन तिराहा तथा जेयू कुलपति बंगला चौराहा पर ट्रैफिक लाइट, अत्याधुनिक केमरा प्रणाली तथा 24 घंटे विजिविलिटी वाली जेब्रा क्राँसिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है। यह चारो चौराहे पूर्णतः तैयार हैं। ग्वालियर स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह ने बताया कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी का मुख्य उद्देश्य आम नागरिक के जीवन को सुगम बनाना है। इसी का एक भाग आईटीएमएस परियोजना भी है। इस परियोजना के तहत शहर के चिन्हित चौराहो पर विश्व स्तरीय आधुनिक तकनीक वाले सिग्नल लगाये जा रहे हैं, और जिन चौराहो पर कार्य पूर्ण होते जा रहे है, उन्हे कंट्रोल रूम से जोडकर यातायात नियमो को तोडने वालो के खिलाफ ई-चालान की कार्यवाही की जा रही है। सिंह नें बताया कि आईटीएमएस के कंट्रोल रूम से पिछले 2 माह में नियम उल्लंधन करने वाले लगभग 7475 लोगो को ई-चालान भेजा गया है। ई-चालान की राशि सिटी सेंटर यातायात थाना तथा मोतीमहल स्थित आईटीएमएस कंट्रोल रुम पर जमा की जा सकती है इसके लिये आईटीएमएस कंट्रोल रुम में हेल्प डेस्क स्थापित की गई है। सिंह ने बताया कि आईटीएमएस परियोजना के तहत यातायात संचालन और मोनिटरिंग से शहर के मुख्य चैराहो पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु होने में काफी मदद मिली है वही ई-चालान के शुरू होने से आमजन भी यातायात नियमो को लेकर जागरूक हो रहे हैं।  

इन अत्याधुनिक सिस्टम्स से लैस रहेंगे चौराहे
आरएलवीडी कैमरा- रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन (आरएलवीडी) ओवरव्यू कैमरे लाल बत्ती (रेड लाइड) जंप करने वाले वाहनों को ट्रेस करने के लिए।
एएनपीआर कैमरे- ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्नीशन(एएनपीआर) कैमरे किसी भी वाहन की नंबर प्लेट को आसानी से रीड करने के लिये। 
एक माह तक रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखने की सुविधा 
पीए सिस्टम - प्रत्येक तिराहा, चैराहा पर पब्लिक एड्रेस (पीए) सिस्टम की सुविधा 
ईसीबी सिस्टम (इमरजेंसी कॉल बॉक्स) की सुविधा
वाहनों की स्पीड पर नियंत्रण के लिये स्पीड वायलेशन डिटेक्शन कैमरे 
कमांड कन्ट्रोल से सभी की मॉनिटरिंग की सुविधा