पोप फ्रांसिस ने किया 21 नए कार्डिनल का ऐलान

पोप फ्रांसिस ने इस साल अगस्त में वेटिकन में आयोजित होने वाले एक समारोह में चर्च के 21 सदस्यों को कार्डिनल के पद पर पदोन्नत करने की घोषणा की है। कार्डिनल के पद के लिए दो भारतीयों के नाम को भी शामिल किया गया है।

पोप फ्रांसिस ने किया 21 नए कार्डिनल का ऐलान
रेजिना कोएली के समापन पर पोप फ्रांसिस ने कहा कि 27 अगस्त को 'कंसिस्टरी' का आयोजन किया जाएगा। इसे चर्च के सदस्यों को कार्डिनल के रूप में पदोन्नत करने वाले समारोह के तौर पर जाना जाता है।

31 मई 22।पोप फ्रांसिस ने दो भारतीयों समेत 21 पादरियों को कार्डिनल नियुक्त करने की घोषणा की है। पोप इन पादरियों को अगस्त में वेटिकन में आयोजित होने वाले समारोह में कार्डिनल पद पर पदोन्नत करेंगे। रविवार को रेजिना कोएली के समापन पर पोप फ्रांसिस ने कहा कि 27 अगस्त को 'कंसिस्टरी' का आयोजन किया जाएगा। इसे चर्च के सदस्यों को कार्डिनल के रूप में पदोन्नत करने वाले समारोह के तौर पर जाना जाता है।खबरों के मुताबिक र्डिनल के पद पर प्रोन्नति पाने वाले 21 लोगों में दो भारतीय में एक गोवा व दमाओ के आर्कबिशप फिलिप नेरी एंटोनियो सेबास्टियो डि रोजारियो फेराओ और दूसरे हैदराबाद के आर्कबिशप एंथनी पूला हैं। फादर फेराराओ का जन्म 20 जनवरी 1953 को पणजी के समीप एल्डोना गांव में हुआ था, जबकि आर्कबिशप एंथोनी पूरी का जन्म 15 नवंबर 1961 को कुरनूल के पोलुरु में हुआ।
फादर फेराओ ने सालिगाओ में सेमिनरी आफ अवर लेडी में अपनी धार्मिक पढ़ाई शुरू की और फिर पुणे में पापल सेमिनरी गए। उन्होंने दर्शनशास्त्र और धर्मशास्त्र में स्नातक किया है और कोंकणी, अंग्रेजी, पुर्तगाली, इतालवी, फ्रेंच और जर्मन भाषा का ज्ञान है। फादर फेराओ को 28 अक्टूबर, 1979 को एक पादरी के रूप में नियुक्त किया गया था और 12 दिसंबर, 2003 को पोप जान पाल द्वितीय द्वारा तत्कालीन आर्कबिशप रेव फादर राउल गोंकाल्वेस के इस्तीफा देने के बाद उन्हें गोवा और दमन के आर्कबिशप के रूप में प्रतिष्ठित किया गया था।
दूसरी तरफ कार्डिनल के रूप में एंथनी पूला का नामांकन हुआ है, पहली बार एक दलित ईसाई को कार्डिनल्स कॉलेज के लिए चुना गया है, जो पोप का चुनाव करता है। 62 वर्षीय एंथोनी पूला आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले से आते हैं। उन्होंने 2020 में पोप फ्रांसिस द्वारा हैदराबाद के आर्कबिशप नामित किए जाने से पहले एक दशक से अधिक समय तक कुरनूल के बिशप के रूप में कार्य किया।
पोप से लाल हैट पाने वाले इन दो भारतीयों के अलावा एक-एक मंगोलिया, घाना, नाइजीरिया, सिंगापुर, पूर्वी तिमोर, पराग्वे और ब्राजील के होंगे। कुल मिला कर कहा जाए तो नए नामित कार्डिनल्स में से आठ यूरोप से, छह एशिया से, दो अफ्रीका से, एक उत्तरी अमेरिका से और चार मध्य और लैटिन अमेरिका से हैं। इनके चयन को चर्च का ऐसा नेतृत्व तैयार करने के पोप फ्रांसिस के संकल्प का हिस्सा माना जा रहा है, जिससे कैथलिक चर्च का वैश्विक चेहरा प्रदर्शित होता