कलेक्टर की 10वीं की मार्कशीट : गणित में 36, अंग्रेजी में सिर्फ 35 नंबर आए थे

10वीं के अंक से यह बिल्कुल तय नहीं किया जा सकता कि आप भविष्य में सफल होंगे या असफल। इसका उदाहरण पेश किया है आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने, जिन्होंने अपने ट्विटर पर भरूच के कलेक्टर तुषार सुमेरा और उनकी 10वीं की मार्कशीट शेयर की है।

कलेक्टर की 10वीं की मार्कशीट : गणित में 36, अंग्रेजी में सिर्फ 35 नंबर आए थे
भरूच के कलेक्टर तुषार सुमेरा ने अपनी दसवीं की मार्कशीट शेयर करते हुए लिखा है कि, उन्हें दसवीं में सिर्फ पासिंग मार्क्स आए थे। उनके 100 में अंग्रेजी में 35, गणित में 36 और विज्ञान में 38 नंबर आए थे।

13 जून 22। कई राज्यों में इन दिनों बोर्ड रिजल्ट्स जारी हो रहे हैं। इनमें कुछ बच्चे अपनी सफलता का परचम लहरा रहे हैं, तो कुछ अपनी विफलता से निराश हैं। इस दुख को मिटाने के लिए कुछ के दिमाग में आत्महत्या जैसे बुरे विचार आने लगते हैं, लेकिन किसी एग्जाम में खराब नतीजे करियर के सारे दरवाजे बंद नहीं करते। इसका उदाहरण दे रहे हैं गुजरात के भरूच जिले के कलेक्टर तुषार सुमेरा  , जिनकी कहानी काफी लोगों के लिए काफी प्रेरणादायक साबित हो सकती है। 
इंटरनेट पर एक आईएएस अधिकारी का ट्वीट इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल,  IAS अधिकारी अवनीश शरण ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, 'भरूच के कलेक्टर तुषार सुमेरा ने अपनी दसवीं की मार्कशीट शेयर करते हुए लिखा है कि, उन्हें दसवीं में सिर्फ पासिंग मार्क्स आए थे। उनके 100 में अंग्रेजी में 35, गणित में 36 और विज्ञान में 38 नंबर आए थे। ना सिर्फ पूरे गांव में बल्कि उस स्कूल में यह कहा गया कि यह कुछ नहीं कर सकते।'
10वीं के अंक से यह बिल्कुल तय नहीं किया जा सकता कि आप भविष्य में सफल होंगे या असफल। IAS अधिकारी अवनीश शरण के इस ट्वीट का भरूच कलेक्टर तुषार सुमेरा ने जवाब देते री-ट्वीट कर लिखा कि, 'धन्यवाद सर।' बता दें कि भरूच में उत्कर्ष पहल अभियान के तहत किए गए तुषार के कामों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी तारीफ कर चुके हैं।
आईएअस अवनीश शरण के इस ट्वीट पर तमाम यूजर्स ने रिएक्ट किया है। खबर लिखे जाने तक 12.5 हजार से ज्यादा लोगों ने इस पोस्ट को लाइक किया है, जबकि 2200 से अधिक लोग इस पोस्ट को री-ट्वीट कर चुके हैं। एक यूजर ने कहा कि, 'डिग्री नहीं, टैलेंट मैटर करता है।' वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा कि,  'काबिलियत मार्क, ग्रेड या फिर रैंक नहीं तय करती।' एक अन्य शख्स ने लिखा, 'लगन हो तो कुछ भी असंभव नहीं।'