चीन की चुनौती का जवाब है भारत का नया एयरफ्राफ्ट कैरियर Vikrant

विमान वाहक पोत उस समुद्री जहाज को कहते हैं, जिसपर विमान तैनात होते हैं। नौसेना ऐसे पोत पर लड़ाकू विमानों को तैनात करती है। यह समुद्र में तैरते हवाई अड्डे के रूप में काम करता है। यहां से विमान उड़ान भरकर लड़ाई करने जाते हैं और वापस लौटते हैं। भारत के पास वर्तमान में एक मात्र एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य है। विक्रांत के शामिल होने से भारतीय नौसेना के पास एयरक्राफ्ट कैरियर की संख्या दो हो जाएगी।

चीन की चुनौती का जवाब है भारत का नया एयरफ्राफ्ट कैरियर Vikrant
इस जहाज से भारतीय नौसेना को तो मजबूती मिलेगी ही, साथ ही यह स्वदेशी तकनीक से निर्मित होने की वजह से हमारी रक्षा उपकरणों के क्षेत्र में बढ़ती ताकत का भी एक अच्छा उदाहरण है।

23 जुलाई 22। चीन लगातार अपनी नौसेना की ताकत बढ़ा रहा है। हाल ही में चीन ने अपनी नौसेना में नए एयरक्राफ्ट कैरियर को शामिल किया है। भारत भी चीन से मिल रही चुनौतियों का सामना करने के लिए अपनी नौसेना की ताकत में इजाफा कर रहा है। इसी क्रम में भारत का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत (India's first indigenous aircraft carrier Vikrant)बनकर तैयार है। इसे 15 अगस्त को नौसेना में शामिल किया जा सकता है। यह एयरक्राफ्ट कैरियर चीन से मिल रही चुनौतियों का जवाब है।