भगवान श्रीकृष्ण से सीखें निवेश के गुर, कभी फेल नहीं होगे, मिलेगा बंपर रिटर्न

भगवान श्रीकृष्ण से सीखें निवेश के गुर, कभी फेल नहीं होगे, मिलेगा बंपर रिटर्न
श्रीकृष्ण के उपदेशों को सिर्फ राजनीति या धर्म में ही नहीं, बल्कि वित्तीय प्रबंधन में भी इस्तेमाल किया जाए तो ये सफलता का गुरु मंत्र बन सकते हैं। हम उनके उपदेशों से 7 ऐसे ही संदेश निकालकर लाएं हैं, जिन्हें निवेशक इस्तेमाल करें तो उनकी रणनीति दमदार होने के साथ बंपर रिटर्न भी दिला सकती है।

18 अगस्त 22।  पूरे देश में शुक्रवार को श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगाा। शास्त्रों में उन्हें 16 कलाओं में पारंगत एकमात्र भगवान का दर्जा दिया गया है। महाभारत युद्ध से पहले कुरुक्षेत्र में उन्होंने अर्जुन को जो उपदेश दिया, वह मैनेजमेंट और नीति की सबसे बड़ी पुस्तक मानी जाती है।(Learn investment tricks from Lord Krishna)

श्रीकृष्ण के उपदेशों को सिर्फ राजनीति या धर्म में ही नहीं, बल्कि वित्तीय प्रबंधन में भी इस्तेमाल किया जाए तो ये सफलता का गुरु मंत्र बन सकते हैं। हम उनके उपदेशों से 7 ऐसे ही संदेश निकालकर लाएं हैं, जिन्हें निवेशक इस्तेमाल करें तो उनकी रणनीति दमदार होने के साथ बंपर रिटर्न भी दिला सकती है।(Learn investment tricks from Lord Krishna)

1- लक्ष्य निर्धारित करें

महाभारत युद्ध में जिस तरह से श्रीकृष्ण ने पांडवों को तमाम मुश्किलों और चुनौतियों के बावजूद जीत के लक्ष्य से भटकने नहीं दिया, उसी तरह अगर निवेशक भी अपना लक्ष्य बनाकर और सिर्फ उसे साधने पर निगाह रखेंगे तो उन्हें बाजार में आने वाले उतार-चढ़ावों से निपटने में आसानी होगी। निवेश हमेशा लक्ष्य आधारित होना चाहिए, जिससे आपको अपनी रणनीति को पुख्ता बनाने में मदद मिलती है।

2- हर छोटा निवेश बड़े लक्ष्य की सीढ़ी है

वृंदावन में भगवान कृष्ण का बचपन लोगों के घरों से मक्खन चुराने के लिए प्रसिद्ध था। इसे बचाने के लिए गोपियां मक्खन की मटकी को ऊंचाई पर बांध देतीं थी। बावजूद इसके छोटे से कृष्ण अपने दोस्तों की सीढ़ी बनाकर मटकी तक पहुंच ही जाते थे। एक निवेशक के तौर पर आपका लक्ष्य भले ही कितना ऊंचा हो, हर निवेश को सीढ़ी मानिए और सिप के जरिये छोटे-छोटे कदम बढ़ाकर अपने लक्ष्य तक पहुंचने का प्रयास करते रहिये।

3- लालच कतई मत कीजिए

भगवान कृष्ण ने गीता में कहा है- जिस तरह अग्नि धुएं से ठक जाती है और ज्ञान इच्छाओं से, उसी तरह हमारा लक्ष्य भी लालच की वजह से भटक सकता है। अगर आप बाजार में पैसे लगाते हैं तो लक्ष्य पूरा होते ही उसे निकाल लीजिए, न कि लालच में आकर पैसे को अटकाए रखें। इसी तरह, अगर सुरक्षित निवेश में आपको लक्ष्य पूरा होता दिख रहा है तो लालच में आकर वहां से पैसे निकालकर शेयर बाजार में लगाने का जोखिम न उठाएं।

4- अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें

कुरुक्षेत्र में अर्जुन अपने प्रियजनों को देखकर भावनाओं में बह गए और युद्ध से इनकार करते हुए हथियार डाल दिए। इसी तरह, आपको भी निवेश करते समय भावना से नहीं बल्कि तथ्यों और तर्कों से काम लेना चाहिए। अपने फाइनेंशियल डिसीजन इमोशन में आकर नहीं बल्कि मानसिक दृढ़ता से लेने चाहिए। अपने पोर्टफोलियो में शामिल निवेश विकल्पों में हिस्सेदारी घटाते या बढ़ाते समय इमोशन पर पूरा कंट्रोल होना चाहिए।

5- जोखिम उठाने से बचें

कुरुक्षेत्र के युद्ध में अर्जुन और कर्ण के पास समान शक्तियां थीं। इतना ही नहीं कर्ण के पास इंद्र का दिया दिव्यास्त्र भी था, जो अर्जुन की जान ले सकता था। लेकिन भगवान कृष्ण ने उन्हें इस जोखिम से बचाया और आखिर में अर्जुन को कर्ण पर विजय भी दिलाई। बतौर निवेशक आपको भी अपने पैसे ऐसी जगहों पर नहीं लगाना चाहिए, जहां अनावश्यक जोखिम हो। अगर आपको स्मॉल कैप में बेहतर रिटर्न मिल रहा तो लार्ज कैप में पैसे लगाकर ज्यादा उठाने का कोई मतलब नहीं है। ऐसा तब तक न करें जब तक कि आपको जोखिम का स्तर कम न लगे।

6-अपनी निवेश रणनीति बदलते रहें

गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है कि जिस तरह मनुष्य पुराने कपड़े छोड़कर नए धारण करता है, उसी तरह आत्मा भी पुराना शरीर छोड़कर नया धारण कर लेती है। एक निवेशक के तौर पर हमें इससे यह सीखना चाहिए कि बाजार में आने वाले उतार-चढ़ाव को देखते हुए हमें भी अपनी निवेश रणनीति में बदलाव करना चाहिए और अपने पोर्टफोलियो में नए विकल्प शामिल करते रहना चाहिए। हमें जोखिम वाले स्टॉक निकालकर नए और ज्यादा रिटर्न देने वाले स्टॉक पर नजर रखनी चाहिए। निवेश का मूलमंत्र बदलाव और लचीलापन भी है।

7- अपने वित्तीय ज्ञान को बढ़ाइये

सौ कौरवों और उनकी विशाल सेना के खिलाफ पांच पांडव और उनकी छोटी सेना ने तभी जीत हासिल की, जब उनके पास ज्ञान से परिपूर्ण भगवान श्रीकृष्ण का साथ था। वे चतुर और बुद्धिमान थे और कुरुक्षेत्र के युद्ध में उन्होंने ही पांडवों का मार्गदर्शन किया। इसी तरह, एक निवेशक को भी बाजार में कदम रखने से पहले उसकी जानकारी कर लेना जरूरी होता है। आप किसी निवेश की जटिलताओं और उसके लाभ-हानि के बारे में जिनती जानकारी रखेंगे, उससे मुनाफा कमाना उतना ही आसान हो जाएगा और लक्ष्य को पूरा करने में भी अड़चन नहीं आएगी।