अकेले हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने का कोई इरादा नहीं : राहुल गांधी
8 अक्टूबर 22। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi)ने कहा कि अकेले हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने का कोई इरादा नहीं है और कन्नड़ जैसी क्षेत्रीय भाषाओं की पहचान को कोई खतरा नहीं है। राहुल गांधी ने कई शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों और शिक्षकों के साथ बातचीत में यह बात कही।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रियांक खड़गे ने पत्रकारों को ‘भारत जोड़ो यात्रा' (india couple travel)की जानकारी देते हुए कहा, ‘राहुल गांधी के साथ कन्नड़ की पहचान को लेकर बातचीत की गयी। फिर उन्होंने कहा कि प्रत्येक मातृभाषा अहम है। हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं। संविधान में सभी को अधिकार प्राप्त है।'
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी खड़गे ने कहा, ‘‘अत: उन्होंने (राहुल गांधी) साफ तौर पर कहा कि अकेले हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने का कोई इरादा नहीं है और (No threat to the identity of regional languages like Kannada)आपकी भाषा (कन्नड़) की पहचान को कोई खतरा नहीं है।' उन्होंने कहा कि बातचीत में भाग लेने वाले लोगों ने पुष्टि की कि वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े नहीं हैं लेकिन संविधान को बचाने के लिए यात्रा में भाग ले रहे हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के रिसर्च विभाग के अध्यक्ष राजीव गौड़ा ने कहा कि बातचीत में शामिल हुए ज्यादातर लोगों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के बाद से शिक्षा क्षेत्र में समस्याओं का मुद्दा उठाया।