जबलपुर में कांग्रेस नेता गज्जू के घर छापा: चल रहा था सट्‌टा, जुआरी को ले जाने के लिए बुलानी पड़ी बसें

सर्चिंग में पुलिस को मिले 50 लाख से ज्यादा की धनराशि, नोटों की गिनती के लिए बुलवाई मशीन 200 जवानों ने दी दबिश, 60 जुआरी पकडाए़, तीन राइफल व अन्य हथियार भी जब्त

जबलपुर में कांग्रेस नेता गज्जू के घर छापा: चल रहा था सट्‌टा, जुआरी को ले जाने के लिए बुलानी पड़ी बसें

कांग्रेस नेता गज्जू उर्फ गजेंद्र सोनकर के घर शुक्रवार आधी रात जुआ फड़ पर पुलिस ने दबिश दी, तो वहां दांव पर लगी रकम को देख आंखें फटी रह गईं। दांव पर लगी रकम 50 लाख से अधिक बताई जा रही है। 200 पुलिस जवानों ने घेराबंदी कर दबिश दी। मौके 60 जुआरियों को दबोचा गया। वहीं 30 से 40 जुआरी छत से कूद कर भाग निकले। कांग्रेस नेता ने घर के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे थे। जुआरियों को थाने ले जाने के लिए बस बुलानी पड़ी। घर की सर्चिंग में तीन राइफलों सहित अन्य असलहे भी मिले हैं। हनुमानताल भानतलैया निवासी कांग्रेस नेता गज्जू उर्फ गजेंद्र सोनकर के घर देर रात 12 बजे के लगभग 200 पुलिस जवानों और अधिकारियों ने एक साथ दबिश दी। पुलिस की कार्रवाई इतनी तेजी से हुई कि सीसीटीवी कैमरे में दिखने के बाद भी जुआरी भाग नहीं पाए। अलग-अलग गलियों में एक-एक कर पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी कर ली थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे भी निकलवा दिए।

जबलपुर में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
जुआरियों को ले जाने के लिए रस्सी का घेरा बनाया गया। फिर बस में बिठाकर सभी जुआरियों को लिखा-पढ़ी के लिए हनुमानताल ले जाया गया। वहां थाने का गेट बंद कर पहरा लगा दिया गया है। पुलिस मौके से जब्त नोटों की गड्डियों को पेटी में रखवाकर ले गई। नोटों की गिनती के लिए मशीन बुलवाई गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जबलपुर में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। जुआ रेड की यह पूरी कार्रवाई गोपनीय रखी गई थी। 

जुआ खेलाने का आरोपी गज्जू मप्र कांग्रेस कमेटी में रह चुका है सचिव 
गजेंद्र उर्फ गज्जू सोनकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव रह चुका है। उसके पिता नाटी बाबू सोनकर भी कांग्रेस नेता हैं। 27 मार्च को उसके पूर्व कांग्रेस पार्षद भाई धर्मेंद्र सोनकर की रंजिश में हत्या कर दी गई थी। इसके पूर्व में भी गज्जू की हवेली पर जुआ रेड में लाखों रुपए मिल चुके हैं। अपने पैसों के रसूख के चलते स्थानीय थाने से लेकर सीएसपी तक उसकी हवेली में झांकने नहीं जाते थे।