सुनक की सास ने छुए हिंदुत्ववादी नेता के पैर, सोशल मीडिया पर मचा हंगामा

सुनक की सास ने छुए हिंदुत्ववादी नेता के पैर, सोशल मीडिया पर मचा हंगामा
लेखिका एवं कारोबारी नारायणमूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह हिंदुत्ववादी नेता शंभाजी भिड़े के पैर छू रही हैं। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ा हुआ है।

9 नवंबर 22।  लेखिका एवं कारोबारी नारायणमूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह हिंदुत्ववादी नेता शंभाजी भिड़े के पैर छू रही हैं। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ा हुआ है।

एक महिला पत्रकार के बिंदी न लगाए होने पर बात करने से इनकार को लेकर शंभाजी भिड़े पिछले कुछ दिनों से चर्चा में चल रहे हैं। इस मामले में शंभाजी भिड़े को महाराष्ट्र के महिला आयोग से नोटिस भी मिल चुका है।

सोशल मीडिया पर सुधा मूर्ति के पैर छूने का जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह एक प्रमोशनल इवेंट का है। सुधा मूर्ति महाराष्ट्र के सांगली जिले में अपनी किताबों के प्रमोशन के लिए पहुंची थीं। इस दौरान वह शंभाजी भिड़े से मिलीं तो उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

अब इस पर विवाद छिड़ने के बाद सुधा मूर्ति के एक सहायक ने कहा कि वह तो जानती भी नहीं थीं कि शंभाजी भिड़े कौन हैं। उन्होंने एक बुजुर्ग को देखा तो सम्मान के तौर पर पैर छू लिए।

बता दें कि सुधा मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक हैं, जो हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने हैं।

वीडियो सामने आने के बाद मेहता पब्लिशिंग हाउस की संपादकीय हेड योजना यादव ने अपनी पोस्ट में दावा किया कि पुलिस के कहने पर सुधा मूर्ति ने शंभाजी भिड़े से मुलाकात की थी। शंभाजी भिड़े और उनके समर्थन इस आयोजन में बिना किसी आमंत्रण के ही पहुंचे थे। लेकिन पुलिस ने सुधा मूर्ति से आग्रह किया कि वे भिड़े से मुलाकात कर लें, जो अपने समर्थकों के साथ ऑडिटोरियम के बाहर इंतजार कर रहे हैं। योजना यादव ने कहा, 'भिड़े से मिलने का दबाव इतना था कि रीडर्स के साथ अपनी बातचीत को बीच में ही छोड़कर सुधा मूर्ति निकल गई थीं। वह नहीं जानती थीं कि भिड़े कौन हैं। इसलिए उन्होंने मुझसे उनकी उम्र पूछी। इसके बाद बुजुर्ग होने के नाते पैर छूकर उन्हें प्रणाम किया।'

योजना यादव ने कहा कि सुधा मूर्ति ने मुझे बताया कि शंभाजी भिड़े उनसे करीब डेढ़ घंटे बात करना चाहते थे। लेकिन वह यह कहकर चली आईं कि उनके पास डेढ़ मिनट से ज्यादा का वक्त नहीं है। योजना यादव ने कहा कि मैंने उसी वक्त सुधा मूर्ति से कहा था कि इस मुलाकात का इस्तेमाल बाद में प्रोपेगेंडा के लिए किया जा सकता है।