ताजमहल के बंद 22 कमरों का खुल गया सीक्रेट
ताजमहल के तहखाने में बंद पड़े 22 कमरों में क्या है पता चल गया है। इन कमरों की तस्वीरें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने जारी कर दी हैं। काफी समय से इन कमरों पर विवाद चल रहा है।
रविवार। ताजमहल को लेकर इन दिनों चर्चाएं तेज हैं। ताज महल को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी जा रही हैं। पिछले कई दिनों से ताज महल के अंदर मौजूद कमरों के सर्वों की मांग हो रही है। कमरों को लेकर कई लोगों की और से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। इसी बीच खुद को ताजमहल बनाने वाले कारीगरों का वंशज बताने वाले एक व्यक्ति ने कई दावे किए हैं। उधर ताजमहल के भीतर 22 कमरों के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए एएसआई ने अपनी रिपोर्ट सबमिट कर दी है।
खुद का बताया वंशज
ताजमहल बनाने वाले कारिगरों को खुद को वंशज बताने वाले ताहिरउद्दीन 80 वर्ष के हैं। इनका दावा है कि इनके पुरखों ने ताजमहल की कारीगिरी की थी। एक न्यूज़ चैनल के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने ताजमहल लेकर कई बातें कहीं हैं। इनके द्वारा बताई जानें वाली बातें हैरान करने वाली हैं। ताहिर उद्दीन ताजमहल के कमरे ताजमहल के कुएं ताजमहल में हिंदू मान्यताओं के चिन्ह सहित तमाम दावे किए हैं।
22 कमरों को कभी नहीं खोला गया
कारीगर के वंशज का दावा है कि ताजमहल में स्थित जिन 22 कमरों को कभी नहीं खोला गया। इन्ही कमरों को इन दिनों खोले जाने की मांग हो रह है। वंशज का कहना है कि 1993 में कुछ अंग्रेजों ने इन कमरों को देखा था। ऐसा माना जाता है कि एएसआई कोई खतरा नहीं लेना चाहता, लिहाजा इन कमरों को नहीं खोला जा रहा है।
एएसआई ने फोटो जारी किए
आगरा में ताजमहल के भीतर 22 कमरों के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए एएसआई ने अपनी रिपोर्ट सबमिट कर दी है। ताजमहल के तहखाने में बंद पड़े 22 कमरों में क्या है पता चल गया है। इन कमरों की तस्वीरें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने जारी कर दी हैं। काफी समय से इन कमरों पर विवाद चल रहा है।
छह लाख आया था खर्च
आगरा एएसआई प्रमुख आर के पटेल के अनुसार, तस्वीरें जनवरी 2022 के न्यूजलेटर के रूप में एएसआई की वेबसाइट पर भी उपलब्ध हैं, कोई भी उनकी वेबसाइट पर जाकर इन तस्वीरों को देख सकता है। इनमें बताया गया है कि इन बंद कमरों में रेनोवेशन का काम किया गया था। इस काम में करीब 6 लाख रुपये का खर्च आया था। वहीं पर्यटन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि इन कमरों में क्या है, इस बारे में गलत बातें न फैले, इसे रोकने के लिए ही इन तस्वीरों को सार्वजनिक किया गया है।
पर्यटन विभाग से जुड़े सूत्रों का दावा है कि देश में इन कमरों की सामग्री के बारे में गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए इन तस्वीरों को सार्वजनिक डोमेन में जारी किया गया है।
दीया कुमारी का दावा
वहीं दूसरी ओर इस याचिका का समर्थन करते हुए राजस्थान से बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने कहा था की ताजमहल की जमीन उनके राजघराने से संबंध रखती है और तहखाने के कमरों में राजघराने के कुछ अंश आज भी मौजूद हैं।