UP MLC चुनाव: बीजेपी ने जारी की लिस्ट, अपर्णा यादव का नाम नहीं

बाकी बची दो सीटों के लिए बीजेपी नेता प्रियंका रावत, संतोष सिंह, अमर पाल मौर्य और अपर्णा यादव का नाम चर्चा में था। इनमें से एमएलसी सीट के लिए अपर्णा यादव की दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही थी। अपर्णा सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की भाभी लगती हैं और वह हालिया विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं। तब ऐसी अटकलें थी कि उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जा सकता है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। ऐसे में अनुमान था बीजेपी उन्हें विधान परिषद तो जरूर भेजेगी, हालांकि यहां उन्हें कोई खुशखबरी फिलहाल नहीं मिली है।

UP MLC चुनाव: बीजेपी ने जारी की लिस्ट, अपर्णा यादव का नाम नहीं
विधान परिषद का एक सदस्य (MLC) स्थानीय निकायों, राज्य विधान सभा, राज्यपाल, स्नातक और शिक्षकों द्वारा 6 साल के कार्यकाल के लिए इसका चुनाव किया जाता है।

8 जून 22। उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के लिए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने अपने 9 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। इनमें केशव प्रसाद मौर्य, जसवंत सैनी, चौधरी भूपेंद्र सिंह, दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जेपीएस राठौर, नरेंद्र कश्यप, दानिश आज़ाद, बनवारी लाल दोहरे और मुकेश शर्मा का नाम शामिल है। एमएलसी चुनाव के लिए सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं अपर्णा यादव का भी नाम चर्चा में था, हालांकि अंतिम लिस्ट में उनका नाम लिस्ट में नहीं दिखा।
दरअसल योगी सरकार के डिप्टी सीएम केशव मौर्या, मंत्री जेपीएस राठौर, भूपेंद्र चौधरी, दानिश आजाद, नरेंद्र कश्यप, जसवंत सैनी और दयालू का एमएलसी टिकट पहले ही पक्का माना जा रहा था। योगी मंत्रिपरिषद में शामिल ये सभी सदस्य फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं है। ऐसे में इनके लिए विधान परिषद की सदस्यता हासिल करना अनिवार्य है।
एमएलसी चुनाव के लिए चर्चा में था अपर्णा का नाम
वहीं बाकी बची दो सीटों के लिए बीजेपी नेता प्रियंका रावत, संतोष सिंह, अमर पाल मौर्य और अपर्णा यादव का नाम चर्चा में था। इनमें से एमएलसी सीट के लिए अपर्णा यादव की दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही थी। अपर्णा सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की भाभी लगती हैं और वह हालिया विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं। तब ऐसी अटकलें थी कि उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जा सकता है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। ऐसे में अनुमान था बीजेपी उन्हें विधान परिषद तो जरूर भेजेगी, हालांकि यहां उन्हें कोई खुशखबरी फिलहाल नहीं मिली है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 13 सीटों में बीजेपी के खाते में 9 तथा सपा के खाते में 4 सीटें आती है। सूत्रों के मुताबिक, सपा की ओर से जसमीर अंसारी के अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य, अरविंद राजभर, सोबरन सिंह यादव का विधान परिषद जाना भी लगभग तय है।
इन सभी एमएलसी सीटों पर 20 जून को मतदान होने वाला है, जिसका नतीजा भी उसी दिन आ जाएगा। इसके लिए 9 जून को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है।

छह साल के चुने जाते हैं MLC
MLC का अंग्रेजी में फुल फॉर्म “Member of Legislative Council” होता है, और हिंदी में एमएलसी का फुल फॉर्म ‘विधान परिषद का सदस्य’ होता है। विधान परिषद का एक सदस्य (MLC) स्थानीय निकायों, राज्य विधान सभा, राज्यपाल, स्नातक और शिक्षकों द्वारा 6 साल के कार्यकाल के लिए इसका चुनाव किया जाता है। इस प्रक्रिया में प्रत्येक दो वर्ष में एक तिहाई सदस्य सेवानिवृत्त हो जाते हैं, और नए सदस्यों का चुनाव कर लिया जाता है |