कानपुर हादसे के बाद गांव में मातम, नहीं जले चूल्हे, एक साथ उठीं 26 अर्थियां

कानपुर हादसे के बाद गांव में मातम, नहीं जले चूल्हे, एक साथ उठीं 26 अर्थियां
यूपी के कानपुर में हुए हादसे में 26 लोगों की मौत के बाद जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव पहुंचाने का सिलसिला शुरू हो गया। इस दौरान पूरे गांव में कोहराम मच गया। हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई।

2 अक्टूबर 22।  उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में (In Kanpur district of Uttar Pradesh)बीती रात एक बड़ा हादसा सामने आया है। जिले के भीतरगांव के कोरथा गांव के करीब 50 ग्रामीण मुंडन संस्कार में शामिल होने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली से फतेहपुर गए थे। वहीं शाम को घर वापसी के दौरान साढ़-भीतरगांव मार्ग पर ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर खंती में पलट गई। इस हादसे में करीब 26 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। हर घर के दरवाजे पर सिसकियों की आवाज सुनाई पड़ रही है। एक भी घर में चूल्हा नहीं जला।

हादसे के बाद पूरे गांव में मचा कोहराम

वहीं सुबह करीब साढ़े 4 बजे के आसपास एक-एक करके भीतर गांव सीएचसी से शवों को कोरथा गांव भेजने का सिलसिला शुरू हो गया। वहीं शवों के गांव में पहुंचते ही (There was chaos in the whole village)चीखपुकार मच गई। इस हादसे में किसी की पत्नी की मौत हो गई तो किसी ने अपना इकलौता बेटा खो दिया। किसी का पूरा परिवार ही उजड़ गया। शव पहुंचते ही (Weeds all over the village)पूरे गांव में मातम छा गया। गांव में हर तरफ गुस्सा, दुख और चीत्कार के मची हुई है। इस दौरान कोई शव से लिपटकर रोता दिख रहा है तो कोई एक बार आंखे खोलने की बात कह रहा है। इस तरह की बातें सुनकर गांव के अन्य लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहे। कोरथा गांव में सारी रात सिर्फ गाड़ियों और एंबुलेंस के सायरन की आवाज गूंजती रही। गांव में पूरी रात एक के बाद एक पुलिस की गाड़ियां आती रही।