आयुर्वेद डॉक्‍टरों को सर्जरी का अधिकार मंजूर नहीं

आईएमए ने किया 11 दिसंबर को हड़ताल का ऐलान

आयुर्वेद डॉक्‍टरों को सर्जरी का अधिकार मंजूर नहीं

आयुर्वेद डॉक्‍टरों को सर्जरी का अधिकार देने की बात पर डॉक्टरों की सबसे बड़ी संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कड़ा विरोध कर रही है. दरअसल, हाल ही में सरकार ने आयुर्वेद के पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टरों को 58 सामान्य सर्जरी प्रक्रिया की ट्रेनिंग दिए जाने की अनुमति दे दी है. आयुर्वेदिक डॉक्टर कहते हैं सामान्य सर्जरी तो ये पहले भी कर रहे थे, 58 सर्जरीज का दायरा अब तय हुआ है.  बहरहाल, केंद्र सरकार की इस अधिसूचना पर डॉक्टरों की सबसे बड़ी संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बड़ा विरोध प्रदर्शन करने जा रही है. इस सरकारी पत्र में केंद्र सरकार ने आयुर्वेद के पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टरों को 58 सामान्य सर्जरी प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए ट्रेनिंग दिए जाने की अनुमति दे दी है. डॉक्टरों की सबसे बड़ी संस्था ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशनश् की महाराष्ट्र इकाई ने इसके खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है. इस संबंध में 11 दिसंबर को डॉक्‍टरों ने हड़ताल की घोषणा की है. आईएमए के महाराष्ट्र के अध्‍यक्ष डॉ. अविनाश भोंडवे ने कहा कि सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन का दावा है कि ये ओरिजनल आयुर्वेदिक सर्जरीज हैं, उन्होंने इसे कोई संस्कृत नाम भी दिए हैं, लेकिन ये सारी मॉडर्न साइंस से ली हुईं सर्जरीज हैं, इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर हम इसका विरोध कर रहे हैं. इसका असर उन तमाम मेडिकल छात्रों पर होगा, जो डिग्री पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. महाराष्ट्र में सरकारी-प्राइवेट के 20 हजार मेडिकल स्टूडेंट आज से ही इस फैसले का विरोध शुरू कर रहे हैं.