गृहमंत्री अमित शाह और NSA अजीत डोभाल कर रहे चिंतन, उधर कश्मीर से हिंदुओं का सामूहिक पलायन शुरू
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में तीन दिनों में घाटी में हिंदुओं पर दूसरे लक्षित हमले में राजस्थान के एक बैंक प्रबंधक की आतंकवादी ने गोली मारकर हत्या कर दी। इलाक़ाही देहाती बैंक की अरेह शाखा में घुसकर आतंकवादी ने बैंक मैनेजर विजय कुमार को गोली मार दी।
2 जून 22। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की और कश्मीर में टारगेट किलिंग की हालिया घटनाओं पर चर्चा की। केंद्रीय राज्य मंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय डॉ जितेंद्र सिंह भी बैठक में शामिल हुए। इधर कश्मीर में गुरुवार को भी एक हिंदू कर्मचारी की हत्या आतंकवादियों ने कर दी है। कश्मीर में टारगेट किलिंग से दुखी और घबराए हिंदू कर्मचारी सामूहिक पलायन करने को विवश हो गए हैं।
बताना मुनासिब होगा कि कश्मीर में हालात एक बार फिर से बिगड़ने लगे हैं। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में तीन दिनों में घाटी में हिंदुओं पर दूसरे लक्षित हमले में राजस्थान के एक बैंक प्रबंधक की आतंकवादी ने गोली मारकर हत्या कर दी। इलाक़ाही देहाती बैंक की अरेह शाखा में घुसकर आतंकवादी ने बैंक मैनेजर विजय कुमार को गोली मार दी। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि हत्यारा शाखा में घुसता है, गोली चलाता है और भाग जाता है। घायल विजय कुमार को जब अस्पताल ले जाया जा रहा था तब उन्होंने अंतिम सांस ली। इससे पहले भी हिंदू महिला टीचर रजनी बाला को गोली मार दी गई थी।
हिंदुओं की टारगेट किलिंग (Kashmir Target killing) से इस समुदाय में खौफ का माहौल है। यहां रह रहे पीएम विशेष पैकेज के कर्मचारियों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। अनंतनाग के माटन तहसील से एक वीडियो सामने आया है जिसमें कथित रूप से कश्मीरी हिंदू परिवार बैग पैक करके जाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पलायन की खबरों के बीच जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कश्मीरी पंडित कर्मचारियों का ट्रांसफर करने का फैसला किया है। इसके अनुसार, जो भी कर्मचारी दूर-दराज के इलाकों में कार्यरत हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ट्रांसफर किया जाएगा। इसके लिए 6 जून तक का समय निर्धारित किया गया है।
बुधवार को घाटी में प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडितों ने सामूहिक पलायन की चेतावनी दी थी। कुलगाम जिले में आतंकियों ने एक टीचर की गोली मारकर हत्या करने के कुछ घंटे बाद कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के एक संगठन ने धमकी दी थी कि अगर उन्हें 24 घंटे में सुरक्षित स्थानों पर ट्रांसफर नहीं किया गया तो वे घाटी छोड़ देंगे। उनके एक प्रतिनिधि ने कहा, 'हम ट्रक मालिकों से भाड़ा तय करने के लिए आए हैं। देखते हैं, आज शाम तक सरकार कोई फैसला लेती है या नहीं। अगर नहीं तो, फिर हम यहां से पलायन शुरू कर देंगे।'