चीन का आत्मघाती ड्रोन भारत के लिए बन सकता है बड़ी मुसीबत, जानें कैसे
12 सितंबर 22। चीन ने दुनिया के सामने पहली बार अपना स्विचेबल आत्मघाती ड्रोन (switchable suicide drone)को पेश किया है। यह ड्रोन बारूद से लैस है, जो रेकी करने के साथ-साथ हमले को भी अंजाम दे सकता है। इस आत्मघाती ड्रोन का नाम FH-901 है। इसे (Chinese state company developed)चीन की सरकारी कंपनी चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन ने विकसित किया है। इस ड्रोन की लॉन्चिंग के दौरान चीन ने एक वीडियो फुटेज भी दिखाया, जिसमें FH-901 ड्रोन को एक टैंक के ऊपर हमला करते हुए देखा गया। वीडियो में ड्रोन के हमले के बाद टैंक बर्बाद हो गया। हालांकि, पूरी दुनिया जानती है कि चीन ऐसे झूठे वीडियो जारी कर प्रोपगैंडा फैलाने में भी महारत पाए हुए है। ऐसे में चीन के सभी हथियारों की ताकत युद्ध के मैदान में ही साबित की जा सकती है।
क्या है स्वार्म ड्रोन टेक्नोलॉजी
कई ड्रोन जब एक साथ मिलकर एक मिशन को अंजाम देते हैं तो इस सिस्टम को ड्रोन स्वॉर्मिंग या स्वार्म ड्रोन टेक्नोलॉजी कहते हैं। इनमें एक मदर ड्रोन होती है, जिसके अंदर से कई सारे छोटे-छोटे ड्रोन निकलते हैं जो अलग-अलग ठिकानों पर हमला करने में सक्षम होते हैं। अधिक संख्या के कारण दुश्मन की एंटी एयरक्राफ्ट गन या मिसाइलें भी इनके ऊपर बेअसर साबित होती हैं। यह नई टेक्नॉलजी भविष्य में युद्ध के पूरे सीन को ही बदलने की क्षमता रखती है। यह टेक्नोलॉजी नो कॉन्टेक्ट वॉरफेयर यानी बिना किसी इंसानी कॉन्टेक्ट से युद्ध में यह बेहद अहम साबित होगी।
चीन का आत्मघाती ड्रोन भारत क लिए खतरा
चीन का यह नया आत्मघाती ड्रोन भारत के लिए बड़ा खतरा (China's suicide drone is a threat to India)बन सकता है। दरअसल, आशंका है कि चीन इस ड्रोन को भारत से लगी सीमा पर तैनात कर सकता है। क्योंकि, लद्दाख से लगी सीमा दुर्गम है। ऐसे में चीनी सैनिक इस इलाके में बड़ी मुश्किल से रह पाते हैं। इस ड्रोन के आने से चीन न सिर्फ घरों में बैठकर आसमान से नजर रख सकता है, बल्कि इनके जरिए हमला भी कर सकता है। स्विचेबल होने के कारण ये सस्ते और कहीं से भी लॉन्च किए जा सकते हैं।