देश में खत्म हो रही अभिव्यक्ति की आजादी, SC के पूर्व जज ने जताई चिंता

देश में खत्म हो रही अभिव्यक्ति की आजादी, SC के पूर्व जज ने जताई चिंता
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बीएन श्रीकृष्ण ने कहा कि मैं स्वीकार करता हूं, अगर मैं चौक पर खड़ा होकर कहूं कि मैं प्रधानमंत्री का चेहरा पसंद नहीं करता तो कोई आकर मेरे खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई कर सकता है, बिना किसी कारण के मुझे गिरफ्तार कर जेल में डाल सकता है।

4 सितंबर 22।  ‘क्या सिविल सेवक कानून, शासन पर अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं?’ वाले शीर्षक पर आयोजित एक साक्षात्कार में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बीएन श्रीकृष्ण (Former Supreme Court judge Justice BN Srikrishna)ने कहा कि आज चीजें बहुत खराब हो चुकी है। 

उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्वीकार करता हूं, अगर मैं चौक पर खड़ा होकर कहूं कि मैं प्रधानमंत्री का चेहरा पसंद नहीं करता तो कोई आकर मेरे खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई कर सकता है, बिना किसी कारण के मुझे गिरफ्तार कर जेल में डाल सकता है। यह ऐसा कुछ है, जिसका हम सभी नगारिकों को विरोध करना चाहिए।’’(Freedom of expression is ending in the country)

उधर कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Law Minister Kiren Rijiju)ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीएन श्रीकृष्ण पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की कमी पर उनकी टिप्पणी के लिए निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग एक लोकप्रिय निर्वाचित प्रधानमंत्री को गाली देने के लिए बिना किसी प्रतिबंध के बोलते हैं वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर रो रहे हैं।  वे कभी भी कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाए गए आपातकाल के बारे में बात नहीं करेंगे और न ही कुछ क्षेत्रीय पार्टी के मुख्यमंत्रियों की आलोचना करने की हिम्मत करेंगे।"

शनिवार को सिलसिलेवार ट्वीट में कानून मंत्री ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि सुप्रीम कोर्ट के किसी पूर्व जज ने वास्तव में ऐसा कहा है या नहीं।

मंत्री ने किसी का नाम लिए बिना कहा, "अगर यह सच है तो बयान खुद उस संस्था को नीचा दिखा रहा है, जिसमें उन्होंने सेवा की है।"