मुस्लिम बाहुल्य इलाकों के स्कूलों में रविवार की जगह जुमे को हो रही छुट्टी

पिछले दिनों झारखंड के गढ़वा में एक माध्यमिक विद्यालय में बिना हाथ जोड़े प्रार्थना किए जाने का मामला सुर्खियों में आया था। यहां मुस्लिम आबादी ज्यादा होने के कारण प्रार्थना का नियम बदला गया था।

मुस्लिम बाहुल्य इलाकों के स्कूलों में रविवार की जगह जुमे को हो रही छुट्टी
कुछ मुस्लिम युवकों ने स्कूल मैनेजमेंट पर दबाव बनाया कि इलाके में 70 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी है और यहां के स्कूलों में मुस्लिम बच्चे भी ज्यादा हैं, इसलिए यहां रविवार को पढ़ाई होगी और शुक्रवार को छुट्टी रहेगी।

10 जुलाई 22। झारखंड में ऐसे स्कूलों की सख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जहां मुस्लिम आबादी बढ़ते ही साप्ताहिक अवकाश रविवार से बदलकर धीरे-धीरे शुक्रवार को बन गया। राज्य के जामताड़ा में लगभग 100 सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जहां मुस्लिम आबादी बढ़ते ही साप्ताहिक अवकाश रविवार से बदलकर शुक्रवार कर दिया गया है।

साप्ताहिक अवकाश को रविवार के बदले शुक्रवार करने का कारण यह है कि जुमे के दिन न तो स्टूडेंट्स आते हैं और न ही टीचर। स्कूल की दीवार पर भी शुक्रवार को जुमा लिखा गया है। यहां स्थानीय लोगों ने सरकारी नियमों को तोड़ते हुए स्कूलों पर मनमाने नियम थोप दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआत में केवल दो-तीन स्कूलों में यह नियम बदलने की शुरुआत हुई थी, पर बाद में यह बढ़ते हुए 100 से ज्यादा स्कूलों तक पहुंच गई।

कुछ मुस्लिम युवकों ने स्कूल मैनेजमेंट पर दबाव बनाया कि इलाके में 70 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी है और यहां के स्कूलों में मुस्लिम बच्चे भी ज्यादा हैं, इसलिए यहां रविवार को पढ़ाई होगी और शुक्रवार को छुट्टी रहेगी। ये स्कूल न तो उर्दू विद्यालय हैं और ना ही विभागीय स्तर पर इन्हें शुक्रवार को बंद रखे जाने के निर्देश हैं। बावजूद इसके स्थानीय लोगों और स्कूल प्रबंध कमेटी के दबाव में इन सरकारी स्कूलों का अवकाश अब स्थाई तौर पर शुक्रवार किया जा चुका है।

स्थानीय प्रशासन को नहीं जानकारी: वहीं, दूसरी ओर इस मामले की स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों को भी कोई जानकारी नहीं है। एक अधिकारी के अनुसार, उनके पास इस विषय में कोई जानकारी नहीं है। अगर मामला संज्ञान में आता है तो जांच कराई जाएगी और उचित कार्यवाही की जाएगी। विभाग के मुताबिक, जिले में के 1084 सरकारी स्कूल हैं, जिनमें से मात्र 15 उर्द स्कूल हैं। इन स्कूलों में वहां के शिक्षक शुक्रवार को अपनी सुविधा के अनुसार साप्ताहिक अवकाश मना रहे हैं।

सालों से यह नियम जारी: कई स्कूलों के शिक्षकों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि शुरुआती दौर में कुछ बच्चों के अभिभावकों ने शुक्रवार को जुमा रहने का हवाला देकर स्कूल में अवकाश देने का दबाव बनाया। बाद में स्कूल प्रबंध कमेटी ने बैठक कर शुक्रवार को अवकाश और इसके बदले रविवार को स्कूल खोले जाने का फरमान जारी कर दिया। जिसके बाद पिछले कई सालों से यही नियम जारी है। इस बारे में जामताड़ा DC फैज अक अहमद मुमताज से सवाल करने पर उन्होंने बयान देने से मना कर दिया और मामले पर उन्होंने शिक्षा विभाग से पता करने को कहा।