जेलेंस्की ने भारत समेत पांच देशों में तैनात यूक्रेनी राजदूतों को किया बर्खास्त

वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भारत समेत पांच देशों में तैनात यूक्रेन के राजदूतों को बर्खास्त कर दिया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति की आधिकाारिक वेबसाइट पर प्रकाशित बयान के अनुसार, इन देशों में जर्मनी, भारत, चेक गणराज्य, नॉर्वे और हंगरी शामिल हैं। अभी तक यह भी साफ नहीं है कि इन राजनयिकों को कोई नई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी या नहीं।

जेलेंस्की ने भारत समेत पांच देशों में तैनात यूक्रेनी राजदूतों को किया बर्खास्त
24 फरवरी से रूस के हमले का सामना कर रहे यूक्रेन की सहायता के लिए जेलेंस्की लगातार अपील कर रहे हैं। उन्होंने अपने देश के राजनयिकों से भी दुनियाभर में यूक्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन और सैन्य सहायता को जुटाने का आग्रह किया है। माना जा रहा है कि इसी मिशन में फेल होने के कारण जेलेंस्की ने अपने पांच राजदूतों को उनके पद से हटा दिया है।

10 जुलाई 22। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भारत समेत पांच देशों में तैनात यूक्रेन के राजदूतों को बर्खास्त कर दिया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति की आधिकाारिक वेबसाइट पर प्रकाशित बयान के अनुसार, इन देशों में जर्मनी, भारत, चेक गणराज्य, नॉर्वे और हंगरी शामिल हैं। सबसे ज्यादा आश्चर्य जर्मनी में तैनात यूक्रेन के वरिष्ठ राजदूत एंड्री मेलनिक की बर्खास्ती पर हो रहा है। उन्होंने यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर सबसे मुखर आवाज बुलंद की थी। बयान में इन राजदूतों के बर्खास्तगी का कोई कारण नहीं बताया गया है। अभी तक यह भी साफ नहीं है कि इन राजनयिकों को कोई नई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी या नहीं।

जेलेंस्की ने राजदूतों को क्यों पद से हटाया?
24 फरवरी से रूस के हमले का सामना कर रहे यूक्रेन की सहायता के लिए जेलेंस्की लगातार अपील कर रहे हैं। उन्होंने अपने देश के राजनयिकों से भी दुनियाभर में यूक्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन और सैन्य सहायता को जुटाने का आग्रह किया है। माना जा रहा है कि इसी मिशन में फेल होने के कारण जेलेंस्की ने अपने पांच राजदूतों को उनके पद से हटा दिया है। हालांकि, इनके जगह पर अभी तक नए राजदूतों की नियुक्ति नहीं की गई है।

जर्मनी में यूक्रेन के राजदूत की बर्खास्तगी की चर्चा
जर्मनी के साथ यूक्रेन के संबंध काफी महत्वपूर्ण हैं। जर्मनी रूसी ऊर्जा का सबसे बड़ा खरीदार होने के अलावा यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। ऐसे में जर्मनी में तैनात यूक्रेनी राजदूत एंड्री मेलनिक की बर्खास्तगी कई सवाल खड़े कर रही है। एंड्री मेलनिक को जेलेंस्की के पूर्ववर्ती सरकार ने 2014 के अंत में जर्मनी में राजदूत के रूप में नियुक्त किया था। मेलनिक बर्लिन में राजनेताओं और राजनयिकों के बीच काफी प्रसिद्ध हैं।

भारत से भी यूक्रेन को नहीं मिली आपेक्षित मदद
रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन की चाहत भारत से हर संभव मदद लेने की थी। लेकिन, भारत सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह रूस का विरोध कर किसी देश का समर्थन नहीं करेगी। इतना ही नहीं, संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ लाए गए प्रस्तावों पर वोटिंग का भारत ने हर बार बॉयकॉट किया। इस कारण यूक्रेन ने कई बार नाराजगी भी जताई। इसके बावजूद पीएम मोदी ने युद्ध की शुरुआत में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से बात कर बातचीत के जरिए मुद्दों को हल करने की अपील की थी।