यूक्रेन को भारी हथियार और रॉकेट सिस्टम देने के मुद्दे पर नाटो देशों में आई दरार

यूक्रेन को भारी हथियार और रॉकेट सिस्टम देने के मुद्दे पर नाटो देशों के नेतृत्व वाले पश्चिमी गठबंधन में दरार आ गई है। फ्रांस और जर्मनी के नेतृत्व वाले एक गुट ने यूक्रेन को लगातार भारी हथियार देने में आ रहे खर्च पर सवाल उठाया है। वहीं अमेरिका के नेतृत्व वाला गुट अभी भी रॉकेट देने के फैसले पर कायम है।

यूक्रेन को भारी हथियार और रॉकेट सिस्टम देने के मुद्दे पर नाटो देशों में आई दरार
अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी यूक्रेन को लगातार ज्‍यादा शक्तिशाली हथियार मुहैया कराने के मुद्दे पर बंट गए हैं।

1 जून 22। दोनबास में रूस के भीषण हमलों के बीच यूक्रेन को भारी हथियार मुहैया कराने के मुद्दे पर पश्चिमी देशों के मोर्चे में दरार आ गई है। अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी यूक्रेन को लगातार ज्‍यादा शक्तिशाली हथियार मुहैया कराने के मुद्दे पर बंट गए हैं। फ्रांस और जर्मनी के नेतृत्‍व में पहला गुट यूक्रेन को लगातार हथियार देने का विरोध कर रहा है। इस गुट को डर है कि इससे संघर्ष लंबा खींचेगा और आर्थिक घाटा बढ़ता चला जाएगा।

वॉल स्‍ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक असहमति का केंद्र रूस की ओर से लंबे समय तक पैदा होने वाले खतरे और क्‍या वास्‍तव में यूक्रेन जंग के मैदान में जीत हासिल कर पाएगा? इसको लेकर है। यही वजह है कि फ्रांस और जर्मनी के नेतृत्‍व वाला गुट यूक्रेन को आक्रामक और लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार मुहैया कराने से परहेज कर रहा है। यूक्रेन को रूस के हाथों गंवा चुके इलाकों पर फिर से कब्‍जा करने के लिए इन हथियारों की सख्‍त जरूरत है। उन्‍हें डर सता रहा है कि रूस सीधे नाटो को धमका सकता है।

यूक्रेन ने दोनबास इलाके के एक बड़े हिस्‍से को गंवाया

वहीं दूसरी ओर अमेरिका, ब्रिटेन और मध्‍य तथा उत्‍तरी यूरोपीय देशों का समूह मानता है कि पुतिन का हमला रूस के विस्‍तार की केवल शुरुआत है। रूस यूक्रेन की जमीन का इस्‍तेमाल करके पश्चिमी देशों पर हमला करना चाहता है। यूरोपीय अधिकारियों का कहना है कि पश्चिमी देशों के दोनों ही गुटों में यह मतभेद हालिया सप्‍ताह में शुरू हुआ है। वह भी तब जब यूक्रेन ने दोनबास इलाके के एक बड़े हिस्‍से को रूस के हाथों गंवा दिया है।

इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने मंगलवार को ऐलान किया की कि उनका देश यूक्रेन को उच्च तकनीक से लैस मध्यम दूरी तक मार करने वाला रॉकेट सिस्‍टम मुहैया कराएगा। बाइडन प्रशासन के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि यूक्रेन की सुरक्षा सहायता के लिए जारी की गई 70 करोड़ डॉलर की नई किस्त के तहत ये रॉकेट प्रणालियां दी जा रही हैं। इस किस्‍त में हेलीकॉप्टर, जेवलिन टैंक रोधी मिसाइल, सामरिक वाहन, कलपुर्जे आदि शामिल हैं। इससे पहले, बाइडन ने सोमवार को कहा था कि उनकी यूक्रेन में लंबी दूरी की रॉकेट प्रणाली भेजने की कोई योजना नहीं है। रूस ने अमेरिका के इस फैसले की तारीफ की थी।