मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी पर की कार्रवाई

कांग्रेस MLA जीतू पटवारी बजट सत्र से निलंबित, MP विधानसभा में जोरदार हंगामा, कमलनाथ बोले-स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे

मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी पर की कार्रवाई

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी पर बड़ी कार्रवाई की है। स्पीकर ने उन्हें बजट सत्र की बाकी अवधि के लिए निलंबित कर दिया है। विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। कांग्रेस विधायक पर निलंबन की कार्रवाई का कांग्रेस ने जमकर विरोध किया। विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी भी की। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने स्पीकर के खिलाफ शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही है।

विधानसभा अध्यक्ष पर नहीं भरोसा -
पीसीसी चीफ कमलनाथ के निवास पर गुरुवार देर शाम हुई बैठक में तय किया गया कि शुक्रवार को विधानसभा में स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। पूर्व सीएम कमलनाथ ने बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष पर हमें भरोसा नहीं है। जब भी हम सदन में चर्चा कराने की बात करते हैं, भ्रष्टाचार से जुड़े प्रश्न पूछते हैं, तो सरकार चर्चा से भागने लगती है। सवाल केवल जीतू पटवारी का नहीं, बल्कि संसदीय मर्यादा का है। जीतू पटवारी का निलंबन पहले से तय था। यह साजिश के तहत हुआ है।

कांग्रेस ने कहा-यह अलोकतांत्रिक कदम -

जीतू पटवारी के निलंबन का कांग्रेस ने विरोध किया है। कमलनाथ ने कहा कि यह अलोकतांत्रिक कदम है। विधानसभा अध्यक्ष को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एकतरफा कार्रवाई विधानसभा की उच्च परंपराओं के अनुकूल नहीं है।  पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बीजेपी के इशारे पर तानाशाही तरीके से जीतू पटवारी को निलंबित किया गया है।

कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को निलंबित करने का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रखा। उन्होंने स्पीकर के आते ही कहा कि सदन को हम मंदिर कहते हैं। आपने भी कहा। इस सदन की मर्यादा को खरोंचने की कोशिशें हो रही हैं। ये पीड़ादायक है। जीतू पटवारी पहले भी ऐसा करते रहे हैं। मामला विशेषाधिकार समिति के पास विचाराधीन है। मैं प्रस्ताव रखता हूं कि बाकी के सत्र के लिए जीतू पटवारी को निलंबित किया जाए, इसके बाद स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया।

कार्रवाई के बाद जीतू पटवारी बोले- मेरी बात सुनी जाए। इस पर नरोत्तम ने कहा कि निलंबित सदस्य भाषण नहीं दे सकता। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

इससे पहले सदन में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा में ठन गई। पटवारी ने कहा- मध्यप्रदेश सरकार ने रिलायंस ग्रुप को इंदौर जू से 6 बाघ, 5 शेर, 8 घड़ियाल, 2 बंगाली लोमड़ी और 1 हनी बेजर दिए हैं। जानवर जामनगर भेजे गए, जहां रिलायंस ग्रुप की बड़ी-बड़ी फैक्ट्री और अंबानी का घर है।

हमारे प्रदेश को इन सबके एक्सचेंज में तोते, चिड़िया, छिपकलियां और झगड़ने वाले बंदर मिले। यह कैसा न्याय है? इस पर संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पटवारी को झूठा बताते हुए कहा- इसके सबूत हैं तो सदन में रखिए। मिश्रा ने पटवारी को बजट सत्र से सस्पेंड करने की मांग की।

विधानसभा में 3 बार कार्यवाही स्थगित -
विधानसभा में तीसरी बार कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित की गई। पटवारी के जानवरों को रिलायंस ग्रुप को देने के बयान पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। इससे पहले सरकारी खर्च पर बीजेपी ऑफिस में कार्यकर्ताओं को भोजन कराने के मामले की जानकारी कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी मांग रहे थे, इसे लेकर हंगामा हो गया। स्पीकर ने कार्यवाही को 5 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।

सदन में जीतू पटवारी ने बंदर की कहानी सुनाई। इस पर बीजेपी के विधायक भड़क गए। सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ। इसी बीच बीजेपी के विधायकों ने कहा- तुम्हारा पप्पू कहां है? बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा ने हंगामे के बीच कहा- कमलनाथ वानरों के सरदार के भगत हैं। हंगामे के बीच सभापति हिना कावरे ने 5 मिनट के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।