कांग्रेस राज में पाक columnist ने भारत में ISI के लिए की थी जासूसी

पाकिस्तान के मशहूर कॉलमनिस्ट नुसरत मिर्जा ने एक इंटरव्यू में ये कहकर सनसनी फैला दी है कि वो कई बार भारत दौरे पर गए हैं। इस दौरान उन्होंने इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के लिए कई जानकारियां जुटाईं हैं। मिर्जा ने ये बातें पाक में यू-ट्यूब चैनल चलाने वाले शकील चौधरी को दिए इंटरव्यू में कही हैं।

कांग्रेस राज में पाक columnist ने भारत में ISI के लिए की थी जासूसी
मिर्जा की तरफ से जो जानकारी मिली उसके बाद पाक आर्मी के ब्रिगेडियर की तरफ से उन्हें फोन गया। इस फोन कॉल में कहा गया कि ऐसी ही इनफॉर्मेशन अगर और मिल जाए तो बेहतर रहेगा। मिर्जा ने जो कुछ भी कहा है वो ये बताने के लिए काफी है कि किस तरह से पाक इंटेलीजेंस एजेंसी भारत के खिलाफ साजिश को अंजाम देने के लिए लोगों का यूज कर रही है।

11 जुलाई 22। पाकिस्तान के मशहूर कॉलमनिस्ट नुसरत मिर्जा ने एक इंटरव्यू में कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। नुसरत ने यू-ट्यूबर शकील चौधरी को दिए इंटरव्यू में ये बात कुबूली है कि वो कई बार भारत दौरे पर गए हैं और यहां पर उन्होंने इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के लिए कई जानकारियां जुटाई हैं। मिर्जा ने इंटरव्यू में अपने साल 2011 के दौरे का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि वो एक बार न्यौते पर भारत आए थे। उन्होंने अपने इस इंटरव्यू में भारत के पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी का नाम लिया है। उनका कहना है कि वो आखिरी बार मिल्ली गैजेट अखबार के मालिक फरुल इस्लाम के न्यौते पर भारत गए थे। यहां पर उन्हें कई जानकारियां मिली थीं जो उन्होंने आईएसआईएस के मुखिया को दी थीं। मिर्जा की मानें तो आईएसआई के पास भारत के हर शहर की जानकारी है और आईएसआई के लोग इन शहरों में बतौर एजेंट काम कर रहे हैं।

कांग्रेस के शासन में आए भारत
मिर्जा ने बताया कि जिस समय कांग्रेस का शासन भारत में था, उस समय वो आतंकवाद पर हुए एक सेमिनार में शामिल होने के लिए भारत आए थे। उनका कहना है कि पाक में लोग एक्सपर्ट नहीं हैं, लेकिन क्योंकि वो मुगल हैं और उन्होंने देश पर राज किया है तो वो यहां के हालातों से वाकिफ हैं। पाकिस्तान, भारत की संस्कृति को तो समझता ही है साथ ही साथ उसकी कमजोरियों को भी समझता है। यहां समस्या ये है कि उसने भारत को लेकर जो भी तर्जुबा हासिल किया है, उससे उसे कोई भी इत्तेफाक नहीं है।
साल 2011 में वो मिली गैजेट के जफरूल इस्लाम के न्यौते पर भारत पहुंचे थे। वो भारत दौरे से लौटकर जब पाकिस्तान गए थे। उन्हें उस समय आईएसआई के रिटायर हो रहे डीजीएसआई ने उन्हें कहा कि जो भी जानकारी उन्होंने इकट्ठा की है वो, आईएसआई के नए चीफ जनरल कियानी को दें। इस पर मिर्जा ने उनके अनुरोध को ठुकरा दिया और कहा कि वो खुद कियानी को जानकारी दे दें। आपको बता दें कि साल 2011 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी।

मिर्जा की तरफ से जो जानकारी मिली उसके बाद पाक आर्मी के ब्रिगेडियर की तरफ से उन्हें फोन गया। इस फोन कॉल में कहा गया कि ऐसी ही इनफॉर्मेशन अगर और मिल जाए तो बेहतर रहेगा। मिर्जा ने जो कुछ भी कहा है वो ये बताने के लिए काफी है कि किस तरह से पाक इंटेलीजेंस एजेंसी भारत के खिलाफ साजिश को अंजाम देने के लिए लोगों का यूज कर रही है।

पाकिस्तान की लगातार बेइज्ज्ती
मिर्जा की मानें तो पाकिस्तान अब रणनीतिक मामलों में मुंह की खा चुका है। चीन ने पाकिस्तान को किनारे कर दिया और दूसरे देश भी लगातार उसे नजरअंदाज कर रहे हैं। अब खतरा बढ़ गया है कि कहीं भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट न मिल जाएं। अगर ऐसा होता है तो फिर आप चीन और दुनिया के बाकी देशों की नजरों में भी गिर जाएंगे। इस इंटरव्यू में उन्होंने अमेरिका पर भी कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि अमेरिका की वजह से ही पाकिस्तान में भूकंप आया और फिर सुनामी भी झेली गई। उन्होंने कहा कि अमेरिका पहले ही पाकिस्तान से ऊब चुका था और अब चीन भी बोर हो गया है। वो अब पाकिस्तान के हितों से ज्यादा, उसे प्रयोग करने के तरीकों के बारे में सोचने लगा है।