सही मायने में सेंटर आफ एक्सीलेंस हे बीएसएफ एकेडमी टेकनपुर- आईजी बीएसएफ

बीएएफ अकादमी, टेकनपुर के महानिरीक्षक व संयुक्त निदेशक ने गिनाई एकेडमी की उपलब्धियाँ -

सही मायने में सेंटर आफ एक्सीलेंस हे बीएसएफ एकेडमी  टेकनपुर- आईजी बीएसएफ
बीएसएफ एकादमी, टेकनपुर
सही मायने में सेंटर आफ एक्सीलेंस हे बीएसएफ एकेडमी  टेकनपुर- आईजी बीएसएफ

ग्वालियर। सीमा सुरक्षा बल अकादमी की स्थापना ट्रेनिंग सेंटर एण्ड स्कूल नाम से 01फरवरी 1966 को हुई थी और 21 नवम्बर 1966 को इसका नाम बदलकर सीमा सुरक्षा बल अकादमी रखा गया। इस प्रशिक्षण संस्थान में सीमा सुरक्षा बल के कार्मिकों एवं अन्य केन्द्रीय पुलिस संगठनों के कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।  अकादमी का उद्देश्य आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए युद्ध एवं शांति दोनों ही परिस्थितियों में एक अच्छे लीडर एवं प्रभावशाली कमांडर के रूप में कुशलतापूर्वक कार्य करने हेतु अधिकारी एवं अधीनस्थ अधिकारियों को प्रशिक्षित करना है। अकादमी में इसके अलावा बल के कार्मिकों के लिए घुड़सवारी, मोटर चालन, आपदा प्रबंधन, श्वान प्रशिक्षण कोर्स संचालित किए जाते हैं। भारत के राज्य तथा पड़ोसी देशों के पुलिस बलों के लिए भी विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम यहाँ चलाए जाते है। सीमा सुरक्षा बल  अकादमी ने पारंपरिक और आधुनिक प्रोद्योगिकी का समावेश करके प्रशिक्षण के सर्वोत्तम संस्थान के रूप में ख्याति अर्जित की है। इन सबके चलते   ही ग्रह मंत्रालय द्वारा इसे’ Centre of Excellence’ घोषित किया गया  हैं। उक्त बातें सीमा सुरक्षा बल, अकादमी, टेकनपुर के महानिरीक्षक व संयुक्त निदेशक जितेन्दर सिंह ऑबेरॉय ने साल 2021 में सीमा सुरक्षा बल, अकादमी की मुख्य गतिविधियां एवं उपलब्धियाँ बताते हये संवाददाताओं से  कहीं।

3 अगस्त  को सीमा सुरक्षा बल अकादमी, टेकनपुर के राहत एवं बचाव दल द्वारा तहसील भितरवार, जिला ग्वालियर में पार्वती और सिंध नदी में अचानक आई बाढ़ में फंसे 24 ग्रामीणों को रात के समय  सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया। 

5 दिसंबर 22  को जैसलमेर, में आयोजित बीएसएफ के  स्थापना दिवस में  राष्ट्रीय श्वान प्रशिक्षण केंद्र के श्वान दस्ते ने मुख्य अतिथि केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह के  समक्ष प्रदर्शन किया। 2021 में  राष्ट्रीय श्वान प्रशिक्षण केंद्र के breeding centre  में 84 male Pups  और 75 female  Pups सहित कुल 159 पिल्ले पैदा किए जो कि   लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, बेल्जियम शेफर्ड, रामपुर हाउंड नस्ल के थे। इस दौरान 32 विभिन्न पाठ्यक्रमों में कुल  172 श्वान और 320 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया गया। बांग्लादेश के विशेष सुरक्षा बल  के 11 प्रशिक्षणार्थी तथा 05 श्वान को, जनवरी 2021 में एक्सप्लोसिव डिटेक्शन डॉग ट्रेनिंग में प्रशिक्षित किया गया साथ ही प्रधानमंत्री मोदीजी   के ‘Make in India’ कार्यक्रम से प्रभावित होकर स्थानीय नस्ल indigenous breed जैसे Rampur hound, Mudhol Hound और  Rajapalyam को प्रशिक्षित किया गया हैं। 

अधिकारी प्रशिक्षण संस्थान (COT) द्वारा प्रशिक्षित किए गए विभिन्न कोर्स में 4762 प्रशिक्षणार्थीयों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।सीमा सुरक्षा बल आपदा प्रत्युत्तर संस्थान द्वारा सीमा सुरक्षा बल के कार्मिकों के लिए ‘आपदा प्रबंधन’ से संबंधित 03 कोर्स का आयोजन offline और online माध्यम से सम्पन्न किए। जनसाधारण को आपदा प्रबंधन तंत्रों के बारे में जागरूक करने में इस संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं।सीमा सुरक्षा बल में अश्रु गैस ईकाई ने अपनी उत्पादन क्षमता को 12 गुना बढाकर कम घातक munitions के उत्पादन के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बना दिया हैं।

उन्होने कहा कि 22 सितम्बर से 2 अक्तूबर के बीच "आजादी के अमृत महोत्सव” के उपलक्ष्य में तीन साइकिल रैलियों एवं 16 दिसम्बर 2021 को विजय दिवस के उपलक्ष्य में खुला मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया । 10 दिसंबर को सीमा सुरक्षा बल के  घुड़सवार दस्ते ने गाजियाबाद में हॉर्स शो में भाग लेकर नेशनल टेंट पेगिंग आयोजन में 2 रजत और 2 कांस्य पदक प्राप्त किए। सीमा सुरक्षा बल में अश्रु गैस ईकाई ने अपनी उत्पादन क्षमता को 12 गुना बढाकर कम घातक munitions के उत्पादन के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बना दिया हैं। दिनांक 15 अगस्त 2021 से ‘आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम ‘के तहत सीमा सुरक्षा बल की जांबाज टीम द्वारा ‘Dare Devil Show’ का आयोजन भारत के कइ शहरों में आरंभ किया गया ।