कैंसर पहाड़ी का नाम बदलने मैदान में उतरीं प्रियदर्शनी राजे सिंधिया

यहां के निवासी एवं रोज वॉकिंग करने वाले लोग मिलकर तय करेंगे, फाइनल नाम क्या रखना है, जो पॉजिटिव फील वाला हो।

कैंसर पहाड़ी का नाम बदलने मैदान में उतरीं प्रियदर्शनी राजे सिंधिया

ग्वालियर. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की धर्मपत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ग्वालियर की कैंसर पहाड़ी का नाम बदलवाने के लिए मैदान में आ गई हैं। गत दिवस प्रियदर्शनी राजे सिंधिया कैंसर पहाड़ी पर पहुंची और वहां मौजूद आम लोगों से कैंसर पहाड़ी का नाम बदलने के लिए मंथन किया। ये पहला मौका रहा जब वे समाजिक धार्मिक कामों के इतर एक पहाड़ी का नाम बदलवाने के लिए महल से निकली हैं। दरअसल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके बेटे महान आर्यमन सिंधिया और अब उनकी पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया भी लोगों के बीच पहुंचने लगी हैं। सिंधिया ने लोगों के बीच बैठकर कैंसर पहाड़िया का नाम बदलने को लेकर बातचीत की और लगभग 3 घंटे तक लोगों के बीच बैठकर प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने मंथन किया। इस मौके पर युवक-युवतियां, महिलाएं और बुजुर्ग मौजूद थे। प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने कहा कि अक्सर इस पहाड़ी से होकर शिवपुरी, सुलतानगढ़ एवं गुना सहित अन्य जगह जाने के लिए रास्ता है, लेकिन इस खूबसूरत पहाड़ी का नाम कैंसर पहाड़ी है, जबकि यहां मध्य प्रदेश के 2 बड़े हॉस्पिटल हैं, जो लोगों को नया जीवन दे रहे हैं, साथ ही खूबसूरत प्लांटेशन और खुली हवा मौजूद है, फिर भी इसे कैंसर पहाड़ी के नाम से जाना जाता है। इसे सुनकर शहर के साथ ही बाहर से आने वाले लोग भी निगेटिव फील करते हैं। यही कारण है कि सबके साथ मिलकर पहल की है कि लोग यहां का नाम कुछ ऐसा रखें, जिसे सुनकर पॉजिटिव फील हो? लोग खुश हों। ऐसे में दो-तीन नामों पर चर्चा चल रही है। यहां के निवासी एवं यहां पर रोज वॉकिंग करने वाले लोग मिलकर तय करेंगे कि आखिर इसका फाइनल नाम क्या रखना है, जो पॉजिटिव फील वाला हो।