राज्यसभा चुनाव : राजस्थान में बीजेपी खेमे से बुरी खबर, 3 वोटों की गफलत
पार्टी को जिस बात की आशंका थी, वह सच साबित होती नजर आ रही है। इसके अलावा, बीजेपी विधायक कैलाश मीणा ने वोटिंग के बाद अपने एजेंट को अपना वोट दिखाया था। तभी कांग्रेस के एजेंट गोविंद सिंह डोटसरा ने भी उनका वोट उन्हें दिख जाने का दावा किया। कैलाश मीणा का मत ख़ारिज करने की मांग उठाई है।
22 जून 22। राजस्थान में राज्य सभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई। इसी बीच बीजेपी खेमे से बुरी खबर आई है। कांग्रेस ने बीजेपी खेमे में सेंधमारी कर दी है। बीजेपी विधायक शोभा रानी कुशवाह ने क्रॉस वोटिंग की है। बताया जा रहा है कि शोभा रानी ने कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को वोट दिया है। शोभा रानी के पति बीएल कुशवाह इस वक्त जेल में बंद हैं। बीजेपी का कहना है कि शोभा रानी के वोटिंग के दौरान गड़बड़ी हुई है। बीजेपी विधायक सिद्धि कुमारी को निर्दलीय सुभाष चंद्रा की जगह घनश्याम तिवारी को अपना वोट दे आई हैं। गौरतलब है कि मॉक पोलिंग में बीजेपी के पांच विधायकों के वोट खारिज हो गए थे।
पार्टी को जिस बात की आशंका थी, वह सच साबित होती नजर आ रही है। इसके अलावा, बीजेपी विधायक कैलाश मीणा ने वोटिंग के बाद अपने एजेंट को अपना वोट दिखाया था। तभी कांग्रेस के एजेंट गोविंद सिंह डोटसरा ने भी उनका वोट उन्हें दिख जाने का दावा किया। कैलाश मीणा का मत ख़ारिज करने की मांग उठाई है। अब सीसीटीवी और निर्वाचन आयोग की वीडियो रिकॉर्डिंग देखकर फैसला होगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डाला पहला वोट
राज्यसभा चुनाव की वोटिंग आज 9 बजे शुरू हुई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहला वोट डाला। सीएम के बाद बसपा से कांग्रेस में आए विधायक व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वोटिंग शाम 4 बजे तक चली। कांग्रेस-बीजपी दोनों ने ही विधायकों की बाड़ेबंदी की थी और वोटिंग से पहले विधायकों को लग्जरी बसों से विधानसभा पहुंचाया गया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीएम गहलोत के रिलीविंग पोलिंग एजेंट की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
हमारे सभी उम्मीदवार जीतकर जाएंगे: पायलट
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने वोटिंग से पहले कहा कि कोई कितने भी दावे करे, निर्दलीय विधायकों का समर्थन हमारे पास है। भाजपा ने बेवजह अपना एक और कैंडिडेट उतारा था। हमारे सभी उम्मीदवार जीतकर जाएंगे। हरियाणा में भी यही होगा। मुझे खुशी है कि हमारे सभी विधायक एकजुट रहे। उनको धन्यवाद जिन्होंने कांग्रेस को वोट किया है। जो महौल देश में पिछले चार पांच साल में बना है, सभी पार्टियां अपने विधायकों को साथ रखती हैं। ये कोई अच्छी परंपरा नहीं है लेकिन दबाव आता है, जो विधायक साथ रहे उन पर कोई दबाव नहीं था, सभी स्वेच्छा से रहे, सभी साथी साथ रहे। भारतीय जनता पार्टी के पास एक कैंडिडेट का बहुमत था। हमारे तीनों कैंडिडेट जीतकर जाएंगे। तमाम विपक्ष के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है।