भू-स्खलन व पहाड़ खिसकने से उत्तराखंड में रोप-वे एवं परिवारोें पर खतरा

देश के सबसे लंबे जोशीमठ-औली रोप-वे पर प्रभाव पड़ सकता है। रिहायशी मकानों में दरारें आने से जोशीमठ में 36 परिवारों को शिफ्ट किया गया है।

भू-स्खलन व पहाड़ खिसकने से उत्तराखंड में रोप-वे एवं परिवारोें पर खतरा

देहरादून। उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-स्खलन हो रहा है और पहाड़ खिसकने लगे हैंं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जोशीमठ और मशहूर स्की रिसोर्ट औली के बीच देश के सबसे लंबे 4.15 किमी के रोप-वे पर खतरा मंडरा रहा है। रोप-वे के टॉवरों के पास भूस्खलन शुरू हो चुका है। पहाड़ खिसकने से डेढ़ सौ से ज्यादा रिहायशी मकानों में दरारें आ गई हैं। जोशीमठ में 36 परिवारों को शिफ्ट किया गया है। चमोली जिले में जोशीमठ से 8 किमी ऊपर पहाड़ी पर औली बुग्याल है। भूगर्भीय वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि जल्द कदम नहीं उठाए गए तो जोशीमठ के साथ ही औली में बड़ी आपदा आ सकती है। लगभग साढ़े 9 हजार फीट पर स्थित औली का वजूद ही मिट सकता है। फरवरी, 2023 में औली में दक्षिण एिशयाई विंटर गेम्स भी प्रस्तावित हैं। भू-वैज्ञानिकों का कहना है कि जोशीमठ ग्लेशियर के पहाड़ पर बसा है। अंधाधुंध निर्माण कार्य के कारण ग्लेशियर पिघल रहे हैं। पहाड़ों के धंसने की प्रक्रिया में तेजी आ रही है। खतरा बढ़ रहा है।