रूस में सैनिकों का संकट, खूंखार अपराधियों के सहारे लड़ी जा रही जंग

यूक्रेन की जंग में अब रूस सैनिकों से खाली होता नजर आ रहा है। रूस ने यूक्रेन में लड़ने के लिए खूंखार कैदियों को भी उतारना शुरू कर दिया है। इससे पहले उत्तर कोरिया से रूस ने सैनिकों की मदद मांगी थी। अमेरिका का अनुमान है कि इस जंग रूस के 75 हजार सैनिक हताहत हुए हैं।

रूस में सैनिकों का संकट, खूंखार अपराधियों के सहारे लड़ी जा रही जंग
रूस ने कई कैदियों को ऑफर दिया है कि अगर वे यूक्रेन में लड़ते हैं तो उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा। पश्चिमी देशों का अनुमान है कि यूक्रेन की जंग में अब तक रूस के 75 हजार सैनिक मारे गए हैं या घायल हो गए हैं। रूस ने इस आंकड़े का खंडन किया है।

10 अगस्त 22। यूक्रेन की जंग में पिछले 6 महीने में हजारों की तादाद में सैनिकों की जान गंवाने वाला रूस अब खूंखार कैदियों के सहारे इस युद्ध को लड़ रहा(Russia is now fighting this war with the help of dreaded prisoners) है। रूस ने कैदियों को ऑफर दिया है कि वे अगर यूक्रेन में जंग लड़ते हैं तो उन्हें जेल से मुक्ति मिल जाएगी। कैदियों और उनके रिश्तेदारों के बीच हुई बातचीत में रूस के इस प्लान का खुलासा हुआ है। इन रूसी कैदियों में से कई युद्ध के दौरान घायल हो गए हैं और वे अपने घरों को वापस लौट रहे हैं। इससे पहले खबर आई थी कि रूस उत्तर कोरिया से सैनिकों की मदद मांग रहा है।

दरअसल, पिछले 6 महीने से चल रहे युद्ध में रूस के हजारों की संख्या में सैनिक मारे गए हैं। इससे रूस के सामान्य सैनिक बहुत कम हो गए हैं, वहीं यूक्रेन की ओर से भी अभी जोरदार पलटवार किया जा रहा है। यही वजह है कि अब रूस को खूंखार कैदियों को भी अपनी सेना में शामिल करना पड़ रहा है। हजारों की तादाद में कैदियों को रूस की विभिन्न जेलों से निकालकर यूक्रेन की जंग में झोंक दिया गया है। इनमें कई हत्यारे और ड्रग्स लेने वाले शामिल हैं।

 'रूस के 75 हजार सैनिक मारे गए हैं या घायल'

रूस ने कई कैदियों को ऑफर दिया है कि अगर वे यूक्रेन में लड़ते हैं तो उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा। पश्चिमी देशों का अनुमान है कि यूक्रेन की जंग में अब तक रूस के 75 हजार सैनिक मारे गए हैं या घायल हो गए हैं। रूस ने इस आंकड़े का खंडन किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी सेना में हत्यारों को शामिल किया जा रहा है लेकिन बलात्कारियों, अतिवादियों या आतंकवादियों को नहीं लिया जा रहा है। इन सैनिकों को क्षमादान या 6 महीने में माफी देने का ऑफर दिया जा रहा है।

 यही नहीं रूस की ओर से 1 लाख से लेकर 2 लाख रुबल तक का ऑफर भी दिया जा रहा है। इस रूसी ऑफर को एक निजी सैन्य कांट्रैक्टर के जरिए दिया जा रहा है। ये लोग जुलाई के पहले पखवाड़े में कई जेलों में गए थे। इस ऑफर को स्वीकार करने के बाद उन्हें रूस के दक्षिणी इलाके रोस्तोव में 15 दिनों की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके बाद उन्हें यूक्रेन की जंग में भेजा जा रहा है। इससे पहले खबर आई थी कि रूस ने उत्तर कोरिया के तानाशाह से बड़े पैमाने पर सैनिक मदद देने का अनुरोध किया था।