लोकायुक्त पुलिस ने मैकेनिकल असिस्टेंट को 25 हजार रु. रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
सब्सिडी रोककर किसान से मांगा था 50 हजार रुपए, आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज
कृषि अभियांत्रिकीय विभाग सागर में पदस्थ मैकेनिकल असिस्टेंट (यांत्रिकी सहायक) राजसिंह को लोकायुक्त पुलिस ने 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। गुरुवार सुबह न्यू काॅलोनी स्थित कौशल विकास केंद्र परिसर में पन्ना के किसान से उसने घूस के रुपए जैसे ही जेब में रखी, लोकायुक्त पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोपी ट्रैक्टर व कृषि यंत्रों की खरीदी पर मिलने वाली 10 लाख रुपए की सब्सिडी रोककर 50 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था। आरोपी को प्रतिमाह 80 हजार रुपए वेतन मिलता है। कृषि विभाग की कस्टम हायरिंग योजना के तहत अजा वर्ग को 50 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है। पन्ना जिले के देवेंद्र नगर तहसील के नुनाही गांव के रहने वाले किसान शनि (20) पिता रामनरेश बागरी ने योजना के तहत 20 लाख के उपकरण व वाहन खरीदे थे। यांत्रिकी सहायक राज सिंह सब्सिडी देने के बदले पहले 50 हजार रुपए मांग रहा था। फिर उसने 15 हजार रुपए कम करके किसान को 35 हजार रुपए देने के लिए कहा। शनि ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस में कर दी। इसके बाद उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। ट्रैप कार्रवाई के तहत गुरुवार सुबह 8रू30 बजे जब यांत्रिकी सहायक वर्कशाॅप पर था, तभी शनि उसे पहली किश्त के केमिकल लगे 25 हजार रुपए देने पहुंचा। जैसे ही, उसने राशि यांत्रिकी सहायक के हाथ में दी। पीछे से लोकायुक्त पुलिस की टीम ने दबोच लिया। 500-500 रुपए के नोट रिश्वत के तौर पर दिए गए थे। टीम ने राजसिंह के हाथ केमिकल से धुलवाए। रुपयों में लगा रंग उसके हाथों में आ गया और हाथ लाल हो गए। टीम में शामिल निरीक्षक बीएम द्विवेदी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।