फिर पाक विदेश मंत्री ने दी गीदड़ भभकी : मोदी, भाजपा व आरएसएस से नहीं डरता, भारत में मुसलमानों के साथ हो रहा भेदभाव

दो दिन पहले गुरुवार को बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (न्छैब्) में कहा था कि ओसामा बिन लादेन तो मर गया, लेकिन गुजरात का कसाई अभी जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है। 

फिर पाक विदेश मंत्री ने दी गीदड़ भभकी : मोदी, भाजपा व आरएसएस से नहीं डरता, भारत में मुसलमानों के साथ हो रहा भेदभाव

दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी पार्टी भाजपा और आएसएस से नहीं डरता। बिलावल ने यह भी कहा कि उन्होंने दो दिन पहले जो कहा था वो इतिहास के हिसाब से था और इतिहास को मिटाना काफी मुश्किल होता है। दो दिन पहले गुरुवार को बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा था कि ओसामा बिन लादेन तो मर गया, लेकिन गुजरात का कसाई अभी जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिलावल के खिलाफ शनिवार को देशभर में विरोध-प्रदर्शन किया था। उन्होंने पाकिस्तानी दूतावास के बाहर भी प्रदर्शन किया था। गत दिवस रविवार को बिलावल न्यूयॉर्क में पाकिस्तानी मीडिया से बात कर रहे थे। मीडिया ने भारत में उनके खिलाफ जारी प्रदर्शनों के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब बेहद बचकाना दिया। उन्होंने कहा कि इन विरोध-प्रदर्शनों का मकसद पाकिस्तान को डराना है, लेकिन यह काम नहीं करेगा।

पीएम मोदी को कसाई कहने वाले बयान पर बिलावल ने दी सफाई
बिलावल भुट्टो ने पीएम मोदी को कसाई कहने वाले बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनका मकसद भारत में मुसलमानों के लिए जारी भेदभाव और नफरत के खिलाफ आवाज उठाना था। ऐसे में बेहतर होगा कि उनके खिलाफ प्रदर्शन करने के बजाय नफरत और भेदभाव के विरोध में आवाज उठाएं। भारत ने बिलावल भुट्टो के बयान पर आपत्ति जताई। विदेश मंत्री जयशंकर ने यूएनएससी में पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बताया था, जिसके बाद बिलावल ने पीएम मोदी को लेकर यह विवादित बयान दिया।

पाकिस्तान की इतनी साख नहीं कि वो भारत पर उंगली उठाए
भारत ने पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान की इतनी साख नहीं कि वो भारत पर उंगली उठाए। अब ‘मेक इन पाकिस्तान टेररिज्म’ पर रोक लगानी होगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री 16 दिसंबर 1971 का दिन भूल गए हैं, जब पाकिस्तान के 90 हजार से ज्यादा सैनिकों ने भारतीय सेना के आगे सरेंडर किया था। यह पाकिस्तानी शासकों की ओर किए गए बंगाली और हिन्दुओं के नरंहार का नतीजा था। अल्पसंख्यकों के साथ पाकिस्तान का व्यवहार अभी भी ज्यादा नहीं बदला है। पाकिस्तान अब आतंकवादियों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है। बिलावल भुट्टो का असभ्य बयान इसी का नतीजा है। बिलावल भुट्टो को अपने देश में मौजूद आतंक के मास्टरमांइड्स को लेकर बयान देने चाहिए। जिन्होंने आतंकवाद को देश की नीति का हिस्सा बना दिया है। पाकिस्तान को अपना नजरिया बदलना होगा।

पाक मंत्री शाजिया ने विगत दिवस परमाणु हमले की दी थी धमकी
एक दिन पहले पाकिस्तान की शहबाज सरकार की मंत्री शाजिया मर्री ने भारत को परमाणु हमले की धमकी दी। शाजिया ने कहा कि हमने एटम बम खामोश बैठने के लिए नहीं बनाया है। बिलावल के समर्थन में शाजिया ने कहा कि भारत को यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है। हमारा न्यूक्लियर स्टेटस चुप रहने के लिए नहीं है। जरूरत पड़ने पर हम पीछे नहीं हटेंगे।