पाक : दिवालिया होने से बचने के लिए अब दूसरे देशों को बेंची जाएंगी संपत्तियां

पाकिस्तान (Pakistan) दिवालिया (Bankrupt) होने से बच सके, इसके लिए अजीब फैसला किया है। सरकार ने एक अध्यादेश (Ordinance) पारित किया है। इसके मुताबिक निर्धारित प्रक्रिया से परे जाकर देश की संपत्ति (Government Asset) विदेशी के हाथों बेची जा सकेगी। यही नहीं, इस फैसले से हुए सौदे पर अदालत में भी सुनवाई नहीं होगी।

पाक : दिवालिया होने से बचने के लिए अब दूसरे देशों को बेंची जाएंगी संपत्तियां
यह फैसला पेट्रोलियम और गैस कंपनियों में हिस्सेदारी और सरकारी बिजली कंपनी को संयुक्त अरब अमीरात को 2 से 2.5 अरब डॉलर में बेचने के लिए लिया गया है ताकि दिवालिया होने के खतरे को टाला जा सके।

24 जुलाई 22। नकदी संकट (Cash Crunch in Pakistan) से जूझ रहे पाकिस्तान ने देश चलाने के लिए विदेशियों को संपत्ति बेचने (Asset Sale) का फैसला किया है। जी हां, वहां के संघीय मंत्रिमंडल ने एक ऐसे ही अध्यादेश (Ordinance) को मंजूदी दी है। इस अध्यादेश में सभी निर्धारित प्रक्रिया और नियामक जांच से परे जाकर सरकारी संपत्ति को दूसरे देशों को बेचने का प्रावधान किया गया है। 

दिवालिया होने के खतरे टालने के लिए हुआ ऐसा

मीडिया में शनिवार को आई खबरों में यह जानकारी दी गई। खबर के मुताबिक सरकार ने यह फैसला देश के दिवालिया होने के खतरे को टालने के लिए लिया है। अंतर सरकारी वाणिज्यिक हस्तांतरण अध्यादेश-2022 को संघीय मंत्रिमंडल ने बृहस्पतिवार को मंजूरी दी। खबर के मुताबिक अध्यादेश में प्रावधान किया गया है कि सरकार द्वारा संपत्ति या हिस्सेदारी दूसरे देशों को बेचने के खिलाफ दायर याचिका पर अदालत सुनवाई नहीं करेगी।

पेट्रोलियम और बिजली कंपनियां बिकेंगी

यह फैसला पेट्रोलियम और गैस कंपनियों में हिस्सेदारी और सरकारी बिजली कंपनी को संयुक्त अरब अमीरात को 2 से 2.5 अरब डॉलर में बेचने के लिए लिया गया है ताकि दिवालिया होने के खतरे को टाला जा सके। एक अखबार ने कहा है कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने अब तक इस अध्यादेश पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। खबर के मुताबिक, संयुक्त अरब अमीरात ने मई महीने में पाकिस्तान के बैंकों में नकदी जमा करने से इनकार कर दिया था क्योंकि वह पहले के कर्जे की अदायगी नहीं कर सका है।

 अर्थशास्त्री ने पहले ही दे दी है चेतावनी

पाकिस्तानी मूल के टॉप इकोनॉमिस्ट आतिफ मियां ने पिछले दिनों ही देश की स्थिति को लेकर बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी रुपए की कीमत गिरने के बाद स्थिति और बिगड़ने वाली है। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और कहा कि पिछले तीन माह में पाकिस्तानी रुपए की कीमत में 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती जो पाकिस्तान के सामने है, वो है विश्वसनीयता के साथ निवेशकों और जनता को वापस लाना। उन्होंने लिखा है कि विदेशों की दया पर निर्भर पाकिस्तान सबकुछ खो चुका है। राजनीतिक तबका इस पाप का सबसे बड़ा भाागीदार है। देश में ऊर्जा से लेकर दवाईयों और यहां तक खाने की चीजों को भी आयात किया जा रहा है। 

इंडस्ट्रीज पूरी तरह बेकार

आतिफ मियां की मानें तो ये देश अब बिल्कुल भी सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि जब पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें बढ़ रही थीं तो पाकिस्तान दुनिया में सबसे सस्ता तेल बेच रहा था। आतिफ ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पीटीआई सरकार ने घरेलू स्तर पर पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों को कम किया और इसमें छूट देनी शुरू कर दी। ऐसे में पाकिस्तान कैसे इसके लिए कीमत अदा कर पाएगा?