बाल श्रम के खिलाफ ग्वालियर की लड़ाई को मिली गति
ग्वालियर बाल कल्याण विभाग ने बाल श्रम की समस्या को रोकने के प्रयास तेज किये
ग्वालियर बाल कल्याण विभाग के निर्देश पर श्रम विभाग ने गुरुवार को बाल श्रमिक और किशोर श्रमिक को नियोजित किए जाने के खिलाफ अभियान चलाया और लगभग आधा दर्जन बच्चों को उसने रिकवर किया। श्रम विभाग को चार बच्चे फिलहाल मिले हैं जो स्कूटर मोटरसाइकिल मैकेनिक तथा होटल पर काम कर रहे थे। इनमें दो बच्चे 14 साल की कम उम्र के हैं जबकि दो बच्चे लगभग 16 साल के बताए गए हैं। श्रम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बाल कल्याण विभाग के निर्देश पर यह अभियान ग्वालियर में निरंतर चलाया जा रहा है। जिसमें बाल श्रमिकों को ढूंढने की कार्रवाई की जा रही है और नियोक्ता के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम के तहत मामले भी दर्ज किये जा रहे हैं। फिलहाल इन बच्चों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया है। जहां से वह उचित निर्देश लेकर अग्रिम कार्रवाई करेंगे। श्रम विभाग के साथ बाल कल्याण समिति महिला बाल विकास विभाग पुलिस के अफसर शामिल थे ।गौरतलब है कि परिवार की गरीबी और माता-पिता के असहाय होने पर यह बच्चे पढ़ाई छोड़कर छोटी सी उम्र में मात्र कुछ पैसों के लिए काम करने के लिए मजबूर है। लेकिन सरकार के पास उनके पुनर्वास को लेकर कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। यही कारण है कि बाल श्रमिक दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं ।यह अधिकांश तौर पर होटल मोटरसाइकिल मैकेनिक तथा साफ सफाई के लिए विभिन्न दुकानों पर तैनात हैं। श्रम विभाग का कहना है कि अब निरंतर एक अभियान चला कर इन बच्चों को ढूंढने का प्रयास किया जाएगा और उन्हें बाल कल्याण समिति के निर्देश पर उनके वैकल्पिक पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी ।
बाइट- आशीष तिवारी,इंस्पेक्टर,लेबर कोर्ट,ग्वालियर