तुलसी में जल देने के बाद इस तरह करें परिक्रमा, इस मंत्र का करें उच्चारण
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे की पूजा का विशेष महत्व है। तुलसी की पूजा करते समय कुछ नियमों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। तुलसी में जल अर्पित करने के बाद जानें परिक्रमा के नियम और मंत्र।
10 सितंबर 22। तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास (Mother Lakshmi resides in Tulsi plant)होता है। कहते हैं कि तुलसी के पौधे की पूजा के दौरान छोटी-सी गलती से भी मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। हिंदू धर्म में तुलसी पूजा का विशेष महत्व है। हर घर के आंगन में तुलसी का पौधा होता है, जिसकी सुबह-शाम पूजा की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं तुलसी पूजा के नियमों को जानना बेहद जरूरी है। कहते हैं कि श्रद्धा के साथ तुलसी जी की पूजा करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। साथ ही, भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए घर में तुलसी का पौधा लगाना ही काफी नहीं होता। बल्कि नियमित रूप से नियमानुसार पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है। जो व्यक्ति नियमित रूप से तुलसी की पूजा करता है, उससे मां लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं। और व्यक्ति को धन-धान्य की प्राप्ति होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं तुलसी के पौधे में जल अर्पित करने के बाद उसकी (need to circle)परिक्रमा लगाना जरूरी होता है। आइए जानते हैं तुलसी परिक्रमा के नियम और इस दौरान किस मंत्र का जाप करना चाहिए।
तुलसी परिक्रमा के नियम (Rules of Tulsi Parikrama)
- शास्त्रों के अनुसार नियमित रूप से तुलसी को जल अर्पित करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उस घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। लेकिन तुलसी में जल अर्पित हमेशा स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करके ही करें।
- तुलसी को जल देने के बाद उसकी परिक्रमा अवश्य करें। तीन बार तुलसी जी की परिक्रमा करें। ऐसे में आप परिक्रमा करते करते भी जल अर्पित कर सकते हैं। - अगर आपके घर में परिक्रमा करने की जगह नहीं है तो ऐसे में अपने स्थान पर खड़े होकर ही तीनबार घूम सकते हैं।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मां तुलसी का आशीर्वाद पाने के लिए नियमित रूप से जल देने के साथ-साथ इस मंत्र जाप भी जरूरी है। मंत्र- महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते। । मान्यता है कि इस मंत्र के साथ जल अर्पित करने और परिक्रमा करने से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं।