कृषि बिल : राष्ट्रपति ने मिलने से किया इंकार, राजघाट पर कल धरना देंगे सीएम व विधायक

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा- राष्ट्रपति से मिलने की अपील की थी, उन्होंने नहीं दिया वक्त कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब ने विधानसभा में पास कर दिए बिल

कृषि बिल : राष्ट्रपति ने मिलने से किया इंकार, राजघाट पर कल धरना देंगे सीएम व विधायक

केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब ने विधानसभा में बिल पास कर दिए हैं. इन्हीं बिलों को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और अन्य विधायकों ने राष्ट्रपति से मिलने की अपील की थी, लेकिन राष्ट्रपति ने इनकार कर दिया. अब बुधवार को पंजाब के सीएम और राज्य के अन्य विधायक दिल्ली के राजघाट पर धरना देंगे. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने ऐलान किया है कि बुधवार को पूरी पंजाब सरकार और पार्टी के विधायक धरने पर बैठेंगे. दिल्ली में अभी धारा 144 लगी है, ऐसे में सभी मंत्री और विधायक पहले पंजाब भवन में इकट्ठा होंगे. फिर वहां से राजघाट जाएंगे. पंजाब के मुख्यमंत्री का आरोप है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा मुलाकात करने से इंकार करना असंवैधानिक है. साथ ही उन्होंने अपील की है कि पंजाब की अन्य राजनीतिक पार्टियों को भी इस धरने में शामिल होना चाहिए.

खेती एवं इंडस्ट्रीज का काम हो रहा प्रभावित
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पंजाब के सीएम ने कहा कि पंजाब में हालत चिंताजनक बनती जा रही है. कोयले की सप्लाई न होने से थर्मल प्लांट बंद होने की कगार पर हैं. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए खाद, यूरिया आदि जरूरी चीजों की सप्लाई पर असर पड़ रहा है. केंद्र सरकार द्वारा अभी पंजाब में रेल सेवा को शुरू नहीं किया गया है. ऐसे में पंजाब सीएम का कहना है कि राज्य में इंडस्ट्री को नुकसान हो रहा है. इस वजह से ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार पंजाब के साथ बदले के तहत काम कर रही है. कैप्टन अमरिंदर ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जिस तरह से पंजाब के साथ भेदभाव कर रही है, ये संघीय लोकतांत्रिक ढांचे के खिलाफ है. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने हाल ही में कृषि से जुड़े तीन कानूनों को पारित किया है, जिसका कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं. पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे राज्य इन कानूनों के खिलाफ बिल ला रहे हैं.