गाजीपुर बाॅर्डर पर दिल्ली-यूपी की भारी बल तैनात, योगी ने डीएम व एसपी से कहा- हर जगह से किसानों का धरना खत्म कराएं
लोगों को सिंघु बाॅर्डर से पैदल दिल्ली की ओर नहीं जाने दिया जा रहा है, किसानों ने खुद ही टेंट खाली करने शुरू किए
गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर गुरुवार दोपहर बाद भारी संख्या में दिल्ली और उत्तर प्रदेश की पुलिस तैनात कर दी गई है। गाजीपुर में बिजली और पानी की सप्लाई काट दी गई है। पुलिस ने किसानों से कहा है कि वे आज ही यानी गुरुवार को सड़क खाली कर दें। सूत्रों के मुताबिक आज देर रात तक दिल्ली और यूपी की पुलिस आंदोलनकारियों को हटाने के लिए जॉइंट ऑपरेशन कर सकती है। यूपी की योगी सरकार ने डीएम और एसपी से कहा है कि वे हर जगह धरना खत्म कराएं। इनमें गाजीपुर भी शामिल है। दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद ही पुलिस एक्शन में है। किसान नेताओं को लुकआउट नोटिस जारी किया है। लाल किले पर हिंसा करने वालों पर राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। अब पुलिस का फोकस सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर है, जहां पिछले दो महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं। ट्रैक्टर रैली के दिन गाजीपुर पर करीब 25 हजार किसान थे, अभी यह संख्या 5 हजार के करीब ही है। सिंघु पर 80 हजार किसानों का जमावड़ा था। आज यह संख्या घटकर 25 से 30 हजार रह गई है। गाजीपुर बॉर्डर से किसान खुद ही अपने टेंट उखाड़ रहे हैं। यहां सड़कें अब सुनसान नजर आ रही हैं। सिंघु से लोगों को पैदल भी दिल्ली की तरफ नहीं जाने दिया जा रहा है। यहां दिल्ली पुलिस ने हरियाणा को जोड़ने वाली सड़क जेसीबी से खोद दी है।
यूपी सरकार ने कहा- बसों में भरकर किसानों को घर भेजो
योगी सरकार ने दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद किसानों का धरना खत्म करने का आदेश जारी किया है। सरकार ने धरनास्थलों पर बसें भेजकर किसानों को उनके घर पहुंचाने के लिए कहा है। गाजीपुर बॉर्डर पर भी पुलिस ने गुरुवार सुबह अनाउंसमेंट किया था कि आंदोलनकारी शाम तक धरनास्थल को खाली कर दें। बागपत में नेशनल हाईवे से किसानों को बुधवार रात ही हटा दिया गया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के टेंट उखाड़ दिए थे। जब कुछ लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें हटाया। मथुरा में भी यमुना एक्सप्रेस-वे के पास चल रहे आंदोलन को खत्म करवा दिया गया।