बजट अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा- गणतंत्र दिवस पर तिरंगे का अपमान दुर्भाग्यपूर्ण, कानून व नियमों का पालन करना चाहिए

राष्ट्रपति ने कहा- आत्मनिर्भर भारत अभियान केवल भारत में निर्माण करने भर का नहीं है, बल्कि भारत के लोगों को मजबूत करने का भी अवसर है

बजट अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा- गणतंत्र दिवस पर तिरंगे का अपमान दुर्भाग्यपूर्ण, कानून व नियमों का पालन करना चाहिए

दिल्ली में संसद का बजट सत्र शुक्रवार यानी आज से शुरू होने जा रहा है। इससे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट अभिभाषण में कहा कि तीन महत्वपूर्ण कृषि सुधार बिल पिछले साल पास हुए हैं। छोटे किसानों को होने वाले लाभों को देखते हुए अनेकों राजनीतिक दलों ने इसका समर्थन समय-समय पर किया था। दो दशकों से इन कानूनों की मांग हो रही थी। सुप्रीम कोर्ट ने इन कानूनों को लेकर कुछ निर्देश दिए हैं। मेरी सरकार उसका भी पालन करेगी। गणतंत्र दिवस पर हुए तिरंगे का अपमान दुर्भाग्यपूर्ण है। कानून और नियमों का पालन करना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान केवल भारत में निर्माण करने भर का नहीं है, बल्कि भारत के लोगों को मजबूत करने का भी अवसर है। इससे भारतीय कृषि मजबूत बनेगी। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करते हुए एमएसपी डेढ़ गुना बढ़ाई गई है। मेरी सरकार एमएसपी पर रिकॉर्ड खरीदारी कर रही है, खरीदारी केंद्रों को भी बढ़ा रही है। पुरानी सिंचाई परियोजनाओं के साथ आधुनिक सिंचाई तकनीक को भी किसानों तक पहुंचा रही है। माइक्रो इरिगेशन से किसानों को जोड़ा जा रहा है। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि चुनौती चाहे कितनी बड़ी क्यों न हो, न हम रुकेंगे और न ही भारत रुकेगा। एकजुटता और बापू की प्रेरणा ने हमें सैकड़ों सालों की गुलामी से आजादी दिलाई थी। भारत की महानता परम सत्य है। एक हो जाओ। आज हम भारतीयों की यही एकजुटता हमें कई समस्याओं से बाहर लेकर आई है। कोरोना, भूकंप, बाढ़, सीमा पर भी अप्रत्याशित तनाव हुए, हम लोग एकजुट होकर इन समस्याओं से आगे आए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- लोकतंत्र की सभी मर्यादाओं का पालन करना चाहिए
संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से कहा कि भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए यह दशक बहुत ही महत्वपूर्ण है। आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे, उन्हें तेज गति से पूरा करने का यह स्वर्णिम अवसर आया है। इस दशक का भरपूर उपयोग हो, इसको ध्यान में रखते हुए चर्चा हो। सभी प्रकार के विचारों का मंथन हो। लोकतंत्र की सभी मर्यादाओं का पालन करते हुए, जनआकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए इसे हम आगे बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार हुआ कि 2020 में एक नहीं, वित्तमंत्री को अलग-अलग पैकेज के रूप में एक प्रकार से 4-5 मिनी बजट देना पड़ा। यानी 2020 एक तरह से लगातार मिनी बजट का सिलसिला चलता रहा। इसलिए यह बजट भी उन 4-5 बजट की श्रृंखला में ही देखा जाएगा, यह मुझे पूरा विश्वास है।

वित्त मंत्री सीतारमण इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज ही इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी। लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, बजट सत्र का पहला सेशन 15 फरवरी तक चलेगा। वहीं, दूसरा सेशन 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा। 17वीं लोकसभा के पांचवें सत्र में 35 सिटिंग्स होंगी, जो कि पहले पार्ट में 11 और दूसरे पार्ट में 24 निर्धारित की गई हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी।

19 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति की स्पीच का बायकॉट किया
परंपरा के मुताबिक, पहले दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण हो रहा है, लेकिन 19 पार्टियों ने इस स्पीच का बायकॉट किया। इनमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, अकाली दल जैसी बड़ी पार्टियां शामिल हैं। उनका कहना है कि पिछले सेशन में केंद्र सरकार ने जिस तरीके तीनों कृषि कानूनों को पास किया, वह ठीक नहीं था। राष्ट्रपति के संबोधन का बायकॉट करने वाली पार्टियों में कांग्रेस, शिवसेना, समाजवादी पार्टी, एनसीपी, जेकेेएनसी, डीएमके, टीएमसी, आरजेडी, सीपीआई-एम, सीपीआई, आईयूएमएल, आरएसपी, पीडीपी, एमडीएमके, केरल कांग्रेस बीएसपी  और एआईयूडीएफ शामिल हैं। एक दिन पहले इन पार्टियों ने साझा बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। बाद में आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल ने भी बायकॉट का ऐलान कर दिया।