हुंडी ठगी कांडः कैट करेगा सीबीआई जांच की मांग, अगर व्यापारी साथ दें तो कोर्ट में भी जाएंगे

अभी केवल पांच एफआईआर, अन्य व्यापारी सामने नहीं आ रहे

हुंडी ठगी कांडः कैट करेगा सीबीआई जांच की मांग, अगर व्यापारी साथ दें तो कोर्ट में भी जाएंगे

ग्वालियर। हुंडी ठगी कांड के विरोध में व्यापारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। हुंडी कांड से दुखी होकर कथित आत्महत्या करने वाले दाल बाजार के युवा व्यापारी हर्सिल साहनी को श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार को दाल बाजार व्यापारी समिति के तत्वावधान में व्यापारियों ने नया बाजार चौराहा से कैंडल मार्च निकाला। वहीं इंदरगंज चौराहा पर आम सभा की। इस दौरान सभी व्यापारियों ने हुंडी कांड की आलोचना करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। वहीं इस मामले में व्यापारियों का कहना है कि इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की जाएगी। अभी केवल पांच एफआईआर हुई हैं। इस मामले में कई व्यापारी सामने नहीं आ रहे हैं। यदि अन्य व्यापारी भी सामने आएं तो मामला कोर्ट में भी ले जाया जाएगा। आमसभा में चैंबर अध्यक्ष विजय गोयल, प्रवीण अग्रवाल, पारस जैन, भूपेंद्र जैन, गोकुल बंसल, मनीष बांदिल एवं सुरेश बांदिल ने भी संबोधित किया।

द लीड स्टोरी ने करोड़ों के इस हुंडी ठगी कांड में आंदोलनरत व्यापारियों से कई मुद्दों पर बातचीत की।

अगर आरोपी नहीं पकड़े तो तेज किया जाएगा आंदोलनः बंसल

दाल बाजार व्यापार समिति के अध्यक्ष गोकुल बंसल का कहना है कि दाल बाजार के एक व्यापारी के बेटे ने हुुंडी घोटाला में पैसा डूबने के कारण आत्महत्या कर ली। जब उनसे पूछा गया कि क्या हुंडी ठगी के कारण आत्महत्या की कोई एफआईआर दर्ज हुई तो इस पर उन्होंने कहा कि आत्महत्या तो हुंडी ठगी के कारण ही हुई है लेकिन एफआईआर में यह कारण दर्ज नहीं है। वहीं मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा कार्यवाही का आश्वासन दिए जाने के बावजूद आंदोलन करने की वजह पूछने पर उनका कहना था कि आश्वासन दिए तो काफी समय हो गया है लेकिन पुलिस ने अब तक कुछ नहीं किया।

सीबीआई जांच की मांग करेगा कैटः भूपेंद्र जैन

इस मामले में कैट के प्रदेषाध्यक्ष भूपेंद्र जैन का कहना है कि हुंडी ठगी कांड में कैट पीड़ित व्यापारियों के साथ है और मामले में सीबीआई जांच की मांग करेगा। अभी केवल पांच व्यापारी सामने आए हैं। उन्होंने कहा सामने आए तो मामला कोर्ट तक भी ले जाया जाएगा।

 पुलिस कार्रवाई में तत्परता दिखाएः अग्रवाल

चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव डॉ प्रवीण अग्रवाल का कहना है कि पुलिस को इस मामले में तत्परता से कार्रवाई करना चाहिए। उन्होंने इस मामले में आरोपियों को राजनीतिक और पुलिस का संरक्षण होने का भी शक जताया।