भोपाल में आज से इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल की शुरुआत
CM शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, मध्यप्रदेश सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने इसकी शुरुआत की।
भोपाल। भोपाल में आज से इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल की शुरुआत हुई। मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) में फेस्टिवल 24 जनवरी तक चलेगा। CM शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, मध्यप्रदेश सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने इसकी शुरुआत की।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रोग्राम हॉल के AC बंद करा दिए। CM ने कहा, सर्दी के दिन हैं। कोट-पैंट पहनकर सब आए हैं, उसमें ये AC चलाने की क्या जरूरत है। प्रधानमंत्री ऊर्जा बचाने के पक्षधर हैं। जब जरूरत हो तभी बिजली खर्च करो।
मुख्यमंत्री ने कहा, मैनिट मध्यप्रदेश का गौरव है। मैनिट भारत की शान है। भारत की सोच ही वैज्ञानिक है। इनोवेटिव और साइंटिफिक सोच, ये भारत की संस्कृति, माटी और यहां की जड़ों में है। हजारों साल पहले से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत आगे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे वैज्ञानिकों ने चमत्कार किया। प्रधानमंत्री मोदी का आभारी हूं। अगर वैक्सीन नहीं होती, तो आज आप सभी के मुंह पर मास्क होते। ये प्रधानमंत्री का ही चमत्कार है कि आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत का निर्माण हो रहा है। भारत के निर्माण में साइंस, टेक्नॉलोजी, इनोवेशन का महत्वपूर्ण रोल है। प्रधानमंत्री की सोच पूरी तरह साइंटिफिक है।
मन में आए आइडिया को मरने मत दो -
विज्ञान को टेक्नॉलोजी की जननी माना जाता है। विज्ञान की जननी जिज्ञासा है। रवींद्रनाथ टैगोर जी ने कहा था कि सभी ज्ञान और योग्यताएं जिज्ञासा के बिना व्यर्थ हैं। आपके मन में जानने की जिद नहीं है, तो आप केवल सोचकर रह जाओगो। जो सोचते हो, उसे धरती पर उतारने के लिए जिद की जरूरत होती है। मन में जो आइडिया आए, उसे जमीन पर उतारने का प्रयास करो। तुम्हारे साथ मध्यप्रदेश सरकार खड़ी है। इनोवेटिव आइडिया आए, तो मरने मत दो। व्यक्ति जैसा सोचता है, करता है, वैसा ही बन जाता है।
स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि तुम केवल साधारण साढ़े तीन हाथ के हाड़-मांस के पुतले नहीं हो, तुम ईश्वर के अंश हो, अनंत शक्तियों के भंडार हो। बच्चों, यदि इस विचार के साथ आगे बढ़ोगे, तो तुम दुनिया का हर बड़ा काम कर सकोगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, जिज्ञासा के साथ जिद होनी चाहिए। यदि जिद नहीं होगी, तो आप केवल विचार करते रह जाएंगे। परिणाम के लिए जिज्ञासा के साथ जिद जरूरी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, जिज्ञासा के साथ जिद होनी चाहिए। यदि जिद नहीं होगी, तो आप केवल विचार करते रह जाएंगे। परिणाम के लिए जिज्ञासा के साथ जिद जरूरी है।
स्टार्टअप नीति -
एक जमाना था जब भारत के उपग्रह कोई और लॉन्च करता था। आज हम सिर्फ अपने उपग्रह लॉन्च नहीं कर रहे, बल्कि दुनिया के कई देशों के उपग्रह लॉन्च करने का चमत्कार कर रहे हैं। स्टार्टअप नीति में हमने तय किया है कि एक करोड़ रुपए तक की हम सहायता देंगे। इंदौर में हम स्टार्टअप पार्क बना रहे हैं। जरूरत पड़ी तो भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में भी बनाएंगे। वेंचर कैपिटल फंड से भी हम पैसा लगाएंगे।
फेस्टिवल में आज शाम सिंगर कैलाश खेर की प्रस्तुति -
आठवां साइंस फेस्टिवल मैनिट में हो रहा है। प्रदेशभर के साइंस कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई में स्टूडेंट्स वर्चुअली जुड़े। फेस्टिवल में आज शाम सिंगर कैलाश खेर भी प्रस्तुति देंगे। 22 जनवरी को मध्यप्रदेश के कलाकार और 23 जनवरी को इंडियन ओशन रॉक बैंड प्रस्तुतियां देंगे। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, विज्ञान भारती स्थानीय स्तर पर मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के कोऑर्डिनेशन से यह इवेंट हो रहा है।