अमेरिका में जन्मे जुड़वां बच्चे लेकर मुंबई लौटीं ईशा अंबानी, कल होगी पूजा, 300 किलो सोने का होगा दान

पूजा के लिए तिरुपति बालाजी मंदिर, नाथद्वारा के श्रीनाथजी मंदिर, श्री द्वारकाधीश मंदिर समेत कई मंदिरों से प्रसाद मंगवाया गया है।

अमेरिका में जन्मे जुड़वां बच्चे लेकर मुंबई लौटीं ईशा अंबानी, कल होगी पूजा, 300 किलो सोने का होगा दान

मुंबई। देश के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की बेटी ईशा ने 19 नवंबर को अमेरिका के लॉस एंजिलिस में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। इसके एक महीने बाद वे शनिवार को मुंबई लौट आईं। उनके रेजिडेंस करुणा सिंधु में कल विशेष कार्यक्रम और पूजा होगी, जिसकी तैयारियां पूरी हो गई हैं। ईशा अंबानी पीरामल के घर करुणा सिंधु को सजाया गया है। इस घर में 25 दिसंबर को पूजा होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घर में ईशा और उनके दोनों बच्चों का स्वागत करने के लिए देशभर के प्रसिद्ध मंदिरों से कई पंडित आएंगे। अंबानी परिवार ने ईशा के घर पर एक बड़ा कार्यक्रम रखा है। इसमें अंबानी परिवार बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और सलामती के लिए ईश्वर का आशीर्वाद मांगेंगे। पूजा के लिए तिरुपति बालाजी मंदिर, नाथद्वारा के श्रीनाथजी मंदिर, श्री द्वारकाधीश मंदिर समेत कई मंदिरों से प्रसाद मंगवाया गया है। इस मौके पर अंबानी परिवार 300 किलो सोना दान करेगा। भोजन-प्रसादी के लिए दुनियाभर से कैटरर्स बुलाए गए हैं। ईशा के सास-ससुर अजय पीरामल और स्वाति पीरामल हैंं। 

बच्चों की देखभाल के लिए इस तरह की जा रही तैयारियां
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह भी सामने आ रहा है कि मुंबई के नामी डॉक्टरों का एक ग्रुप लॉस एंजिलिस गया था और वहां से ईशा और दोनों बच्चों के साथ लौटा। अमेरिका के सबसे अच्छे बाल रोग विशेषज्ञ डॉ गिबसन भी इस फ्लाइट में ईशा के साथ आए ताकि बच्चे सकुशल मुंबई पहुंच सकें। ईशा और उनके बच्चों को अमेरिका से मुंबई तक कतर फ्लाइट से लाया गया, जो मुकेश अंबानी के दोस्त कतर के अमीर ने भेजी थी। करुणा सिंधु और एंटिला में बच्चों के लिए नर्सरी को पर्किंस एंड विल ने डिजाइन किया है। इनमें घूमने वाले बिस्तर और अॉटोमैटिक छत मौजूद हैं, ताकि बच्चे सूरज की रोशनी में बैठ-लेट सकें। नर्सरी का सारा फर्नीचर लोरो पियाना, हर्मीज और डियोर ने खासतौर पर तैयार किया है। दोनों बच्चों के कपड़े डोल्चे एंड गबाना, गूची और लोरो पियाना ने बनाए हैं। इतना ही नहीं, बच्चों के लिए ठडॅ ने खास कार सीट डिजाइन की हैं। दोनों बच्चों की देखभाल के लिए अमेरिका से स्पेशल ट्रेनिंग लिए 8 नैनी और खास नर्सेज को लाया गया है। वे बच्चों के साथ यहीं रहेंगी।