तानाशाह किम जोंग की बर्बरता: मंत्रालय के 5 अफसरों को गोली मारने का दिया आदेश

उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने वाले अफसरों को मिली सजा

तानाशाह किम जोंग की बर्बरता: मंत्रालय के 5 अफसरों को गोली मारने का दिया आदेश

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने कोरोना की रोकथाम के लिए चीन से आने वालों को गोली मारने का आदेश दिया था . अब किम जोंग उन ने फिर एक बार बर्बरता दिखाई है। उसने देश की अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने वाले अपने पांच अफसरों को मौत की सजा दे दी। तानाशाह के आदेश पर उन्हें गोली मार दी गई। साउथ कोरिया की वेबसाइट डेली एनके के अनुसार आर्थिक मंत्रालय के इन पांचों अधिकारियों ने एक डिनर पार्टी में उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था पर चर्चा की थी। चर्चा के वक्त उन्होंने किम के शासन की नीतियों की आलोचना की थी। चर्चा के दौरान उन्होंने देश में औद्योगिक सुधार की जरूरत बताई थी। कहा था कि नॉर्थ कोरिया को अपने प्रतिबंधों को दूर करने के लिए विदेशी मदद लेनी चाहिए।

30 जुलाई को दी गई मौत की सजा

दक्षिण कोरिया की साइट के मुताबिक इस चर्चा की किम जोंग उन से शिकायत की गई थी। किम आर्थिक मंत्रालय के भी प्रमुख हैं। सभी अफसरों को बुलाया गया और उन पर दबाव डालकर कबूल करवाया गया कि उन्होंने उत्तर कोरिया के शासन को कमजोर करने की कोशिश की। 30 जुलाई को उन्हें गोली मार दी गई। इन सभी के परिवारों को येडोक के एक पॉलिटिकल कैम्प में भेज दिया गया है।

किम भूखे कुत्तों के सामने डाल दिया था अंकल को

सत्ता पर पकड़ बनाए रखने के लिए तानाशाह किम जोंग उन ने अपने अंकल किम जोंग थाएक को 120 भूखे शिकारी कुत्तों के पिंजरे में डाल दिया गया था। चीनी अखबार ‘वेन वई पो’ ने दावा किया था कि सजा दिए जाते समय मौके पर किम जोंग समेत 300 शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। इन सभी के सामने 67 वर्षीय थाएक को शिकारी कुत्ते खा गए थे। थाएक की मौत पर सवाल उठाने पर उनकी पत्नी को भी जहर देकर मार दिया गया था, बाद में मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई।

सौतेले भाई की मलेशिया में करवाई हत्या

किम जोंग उन ने अपने सौतेले भाई किम जोंग नाम की भी मलेशिया में हत्या करवाई थी। वे मलेशिया में रहते थे। फरवरी 2015 में मलेशिया के एयरपोर्ट पर ही दो लड़कियों ने जहरीली पिन चुभोकर उनकी हत्या कर दी थी। किम जोंग नाम पर उत्तर कोरिया के खिलाफ जासूसी करने का आरोप लगाया गया था।