अब एमपी में भी आंदोलन की आगः किसानों के समर्थन में उपवास करेंगे कमलनाथ-दिग्विजय
जिला एवं ब्लाक स्तर पर शामिल होंगे कांग्रेस नेता कांग्रेस ने कहा- 6 माह में 267 मंडियों में से 47 मंडी बंद
कृषि कानूनों के फायदे बताने के लिए बीजेपी किसान सम्मेलन आयोजित कर रही है तो दूसरी तरफ किसानों के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित सभी कांग्रेस नेता उपवास रखेंगे। नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में जारी किसान आंदोलन का प्रदेश कांग्रेस ने समर्थन करते हुए सड़क पर उतरने का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस नेता प्रदेश मुख्यालय से लेकर ब्लॉक स्तर तक किसानों के समर्थन में उपवास रखेंगे। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने बताया कि कौन से जिले में कब आंदोलन होगा, इसका कार्यक्रम जल्दी ही जारी किया जाएगा। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और पीसी शर्मा ने इसको लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार किसान विरोधी है। किसान आंदोलन के समर्थन में अब कांग्रेस भी सड़क पर उतरेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में 6 माह में 267 मंडियों में से 47 मंडी बंद हो चुकी है। मंडियां बंद होने की जानकारी सरकारी पोर्टल पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए है, लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं हो रही है। उन्होंने सरकार के समर्थन मूल्य पर अनाज खरीदी के दावों को खोखला बताया। जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि आज बीजेपी के मंत्री किसानों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। किसानों को टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ चीन-पाकिस्तान के साथ कनेक्शन बता रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करने वाले आज किसान को पूरी तरह से बर्बाद करने पर आमादा है। कृषि कानूनों का बीजेपी खुलकर समर्थन कर रही है, वे किसान विरोधी हैं। हमारी सरकार द्वारा शुरू की गई किसान कर्ज माफी योजना को बंद कर शिवराज सरकार का किसान विरोधी कदम है।