बाबा बैद्यनाथ के दरबार पहुंचेंगे मोदी देवघर के लोगों को देंगे ये सौगात

देवघर में चौदह जुलाई से प्रारंभ हो रहे विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले से ठीक पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 जुलाई को 657 एकड़ भूमि में बने देवघर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे।

बाबा बैद्यनाथ के दरबार पहुंचेंगे मोदी देवघर के लोगों को देंगे ये सौगात
श्रावणी मेले के लिए देश-विदेश से देवघर आने वाले श्रद्धालुओं को अब रांची अथवा कोलकाता से सड़क मार्ग से देवघर स्थित बाबा धाम आने की कठिनाई नहीं उठानी पड़ेगी।

2 जुलाई 22। चौदह जुलाई से प्रारंभ हो रहे विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले से ठीक पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 जुलाई को 657 एकड़ भूमि में बने देवघर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां नवनिर्मित देवघर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे जो झारखंड के रांची स्थित बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।

इस हवाई अड्डे के उद्घाटन के साथ श्रावणी मेले के लिए देश-विदेश से देवघर आने वाले श्रद्धालुओं को अब रांची अथवा कोलकाता से सड़क मार्ग से देवघर स्थित बाबा धाम आने की कठिनाई नहीं उठानी पड़ेगी। झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष संजीव कुमार, झारखंड सरकार की कैबिनेट सचिव वंदना डाडेल, भारत सरकार के नागर विमानन मंत्रालय की संयुक्त सचिव रूबिना अली ने आज नव निर्मित हवाई अड्डे का दौरा किया।

इस दौरान राज्य के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा, देवघर के उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी मंजुनाथ भंजत्री, पुलिस अधीक्षक सुभाष चन्द्र जाट समेत जिला प्रशासन के भी तमाम अधिकारी उपस्थित थे। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सभी अधिकारियों ने हवाई अड्डे के उद्घाटन को लेकर की गयी तैयारियों की समीक्षा की।

हवाई अड्डे और वहां की सुविधाओं के निरीक्षण के पश्चात मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, सचिव नागर विमानन मंत्रालय, राजीव बंसल ने बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना भी की। उन्होंने बताया कि 401 करोड़ रुपये में बना देवघर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 657 एकड़ भूमि में फैला है और इसका टर्मिनल भवन 5130 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया गया है।2500 मीटर लंबी हवाई पट्टी के साथ इस हवाई अड्डे पर एयरबस 320 आदि बड़े विमानों का संचालन आसानी से हो सकेगा।