देश का बजट आने में कुछ ही समय रह गया है

1 फरवरी को देश का बजट संसद में पेश किया जाता है, इस बार के यूनियन बजट (Union Budget 2023) में सरकार एक बड़ा बदलाव करने जा रही है, जिसको लेकर जोरों से तैयारियां चल रही है

देश का बजट आने में कुछ ही समय रह गया है

Budget 2023: देश का बजट आने में कुछ ही दिन का समय रह गया है।1 फरवरी को देश का बजट संसद में पेश किया जाता है, लेकिन इस बार के यूनियन बजट (Union Budget 2023) में सरकार एक बड़ा बदलाव करने जा रही है, जिसको लेकर जोरों से तैयारियां चल रही हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) इस बार कुछ ऐसा खास करने जा रही हैं जो आज तक इतिहास में कभी नहीं हुआ है। 

संसद भवन में पेश होता है बजट -
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार इस बार का बजट नए संसद भवन में पेश कर सकती है। नए संसद भवन का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और जनवरी महीने के आखिर तक यह पूरी तरह से तैयार हो जाने की उम्मीद है। इसलिए नए संसद भवन में होने वाले आगामी बजट सत्र की तैयारी भी शुरू हो गई है।

अभी तक नहीं लिया गया है फैसला -
अभी तक इस पर किसी भी तरह का फैसला नहीं लिया गया है। अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है, लेकिन लोकसभा सचिवालय ने नए संसद भवन में प्रवेश के लिए विभिन्न दलों के सांसदों के लिए नए पहचान पत्र बनाने शुरू कर दिए हैं।

31 जनवरी को राष्ट्रपति सदन को संबोधित करेंगी -
बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 14 फरवरी से 12 मार्च के बीच ब्रेक के साथ 6 अप्रैल तक चलने की संभावना है। परंपरा के मुताबिक, बजट सत्र के पहले दिन 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। 1 फरवरी को सीतारमण वित्तवर्ष 2023-24 का बजट पेश करेंगी।

अन्य दिनों की कार्रवाई पुराने संसद भवन में हो सकती है -
सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति के अभिभाषण और केंद्रीय बजट दोनों को संसद भवन की नई बिल्डिंग में रखने की कोशिश की जा रही है। जरूरत पड़ने पर नए सदन की शेष दिनों की कार्रवाई पुराने संसद भवन में संचालित की जा सकती है। सूत्रों ने कहा कि मौजूदा और नए संसद भवन के बीच की बाड़ को हटा दिया गया है।

बहारी साज सज्जा पर हो रहा है काम -
नए संसद भवन की बाहरी साज-सज्जा का काम शुरू हो चुका है और अगर कोई तकनीकी दिक्कत नहीं आती है तो इस बार के बजट सत्र की शुरुआत नए संसद भवन से की जा सकती है। यदि किसी तकनीकी खराबी के कारण यह संभव नहीं हो पाता है तो बजट सत्र का दूसरा चरण नए संसद भवन में कराने का प्रयास किया जाएगा।